रायपुर। कन्फेडरेशन ऑफ ऑल इंडिया ट्रेडर्स (कैट) के राष्ट्रीय वरिष्ठ उपाध्यक्ष अमर पारवानी, चेयरमेन मगेलाल मालू, अमर गिदवानी, प्रदेश अध्यक्ष जितेन्द्र दोशी, कार्यकारी अध्यक्ष विक्रम सिंहदेव, परमानन्द जैन, वाशु माखीजा, महामंत्री सुरिन्द्रर सिंह, कार्यकारी महामंत्री भरत जैन, एवं कोषाध्यक्ष अजय अग्रवाल ने बताया कि आगामी 30 अगस्त राखी त्यौहार से लेकर दिवाली पर्व जो 24 नवम्बर को तुलसी विवाह के साथ संपन्न होगा के दौरान चीनी सामान के पूर्ण बहिष्कार का आह्वान आज कन्फ़ेडरेशन ऑफ़ ऑल इंडिया ट्रेडर्स (कैट) ने किया और उम्मीद है की इस बहिष्कार से चीन को त्यौहारों सामान के इंपोर्ट न होने से लगभग 1 लाख करोड़ के व्यापार का नुक़सान होगा। पिछले वर्ष यह नुक़सान लगभग 75 हज़ार करोड़ रुपये का था। कैट को उम्मीद है कि इस त्यौहार अवधि में उपभोक्ताओं द्वारा खर्च के माध्यम से अर्थव्यवस्था में लगभग 3 लाख करोड़ रुपये की पूँजी का प्रवाह हो सकता है।
कैट के राष्ट्रीय वरिष्ठ उपाध्यक्ष श्री अमर पारवानी एवं प्रदेश अध्यक्ष श्री जितेन्द्र दोशी ने कहा कि पिछले साल की तरह इस साल भी देश के व्यापारियों एवं आयातकों ने चीन से त्यौहारों सामान का आयात बंद कर दिया है। उन्होंने कहा की सरकार के आत्मनिर्भर भारत एवं मेड इन इंडिया के आशावान के अनुसरण में देश भर के व्यापारियों ने चीनी सामान न बेचने का निर्णय लिया है वहीं दूसरा महत्वपूर्ण बदलाव यह है कि से उपभोक्ता भी अब चीनी सामान खरीदने में दिलचस्पी नहीं ले रहे हैं जिसके कारण भारतीय सामान की माँग में वृद्धि हुई है।
श्री पारवानी एवं श्री दोशी ने कहा कि कैट की रिसेर्च शाखा कैट रिसर्च एंड ट्रेड डेवलपमेंट सोसाइटी द्वारा हाल ही में विभिन्न राज्यों के 20 शहरों को जिन्हे कैट ने “वितरण शहर“ का दर्जा दिया हुआ है, में किए गए एक सर्वेक्षण में यह तथ्य सामने आया है की इस वर्ष अभी तक भारतीय व्यापारियों या आयातकों द्वारा दिवाली के सामान, पटाखों या अन्य समान वस्तुओं का कोई ऑर्डर चीन को नहीं दिया गया है और इस साल सभी पर्वों को विशुद्ध रूप से “भारतीय त्यौहार“ के रूप में मनाया जाएगा। ये 20 शहर नई दिल्ली, अहमदाबाद, मुंबई, नागपुर जयपुर, लखनऊ, चंडीगढ़, रायपुर, भुवनेश्वर, कोलकाता, रांची, गुवाहाटी, पटना, चेन्नई, बंगलुरू, हैदराबाद, मदुरै, पांडिचेरी, भोपाल और जम्मू हैं। चीनी सामानों के बहिष्कार का कैट का आह्वान इस वर्ष चीनी व्यापार के लिए एक बड़ा झटका होने वाला है तथा इस मांग की पूर्ती के लिए देश भर के व्यापारियों ने अपने प्रतिष्ठानों में भारतीय सामान का पर्याप्त बंदोबस्त कर लिया है।
श्री पारवानी एवं श्री दोशी ने बताया की प्रमुख रिटेल सेक्टर जैसे एफएमसीजी सामान, कंज्यूमर ड्यूरेबल्स, खिलौने, कंज्यूमर इलेक्ट्रॉनिक्स, इलेक्ट्रिकल अप्लायंसेज और सामान, किचन के सामान और एक्सेसरीज, गिफ्ट आइटम, पर्सनल कंज्यूमेबल्स, कन्फेक्शनरी आइटम, होम फर्निशिंग, टेपेस्ट्री, बर्तन, बिल्डर्स हार्डवेयर, फुटवियर, घड़ियां, फर्नीचर और फिक्सचर,वस्त्र, फैशन परिधान, कपड़ा, घर की सजावट के सामान, मिट्टी के दीयों सहित दिवाली पूजा के सामान, देवता, दीवार पर लटकने वाले, हस्तशिल्प के सामान, वस्त्र, शुभ-लाभ, ओम जैसे सौभाग्य के प्रतीक, गृह सज्जा के लिए देवी लक्ष्मी एवं अन्य देवी देवताओं के बनाया गए सामान, सजावटी वस्तुएं आदि प्रमुख क्षेत्र हैं जहां चीनी सामानों के स्थान पर व्यापारियों ने उपभोक्ता की मांगो के अनुरूप भारतीय सामान को पर्याप्त मात्रा में स्टॉक कर लिया हैं।