विश्व प्रकृति संरक्षण दिवस प्राकृतिक संसाधनों के संरक्षण और पर्यावरण की सुरक्षा के महत्व को समझने और जोर देने के लिए एक मंच के रूप में कार्य करता है – अमर पारवानी

0 विश्व प्रकृति संरक्षण दिवस के उपलक्ष में कैट ने ख्याति इंडस्ट्रीज प्रा. लिमिटेड, इंडस्ट्रियल एरिया भनपुरी मे वृक्षारोपण किया

रायपुर। कन्फेडरेशन ऑफ ऑल इंडिया ट्रेडर्स (कैट) के राष्ट्रीय वरिष्ठ उपाध्यक्ष अमर पारवानी, चेयरमेन मगेलाल मालू, अमर गिदवानी, प्रदेश अध्यक्ष जितेन्द्र दोशी, कार्यकारी अध्यक्ष विक्रम सिंहदेव, परमानन्द जैन, वाशु माखीजा, महामंत्री सुरिन्द्रर सिंह, कार्यकारी महामंत्री भरत जैन, एवं कोषाध्यक्ष अजय अग्रवाल ने बताया कि आज विश्व प्रकृति संरक्षण दिवस के उपलक्ष में कैट ने ख्याति इंडस्ट्रीज प्रा. लिमिटेड, इंडस्ट्रियल एरिया भनपुरी मे वृक्षारोपण किया गया।

कैट के राष्ट्रीय वरिष्ठ उपाध्यक्ष अमर पारवानी एवं प्रदेश अध्यक्ष जितेन्द्र दोशी ने बताया कि प्रतिवर्ष, 28 जुलाई को विश्व प्राकृतिक संरक्षण दिवस मनाया जाता है। इस दिन, लोग प्राकृतिक संरक्षण के महत्व के बारे में जागरूकता फैलाते हैं। हर दिन सभी लोगों के छोटे से योगदान से, हम धरती को बचा सकते हैं। विश्व प्रकृति संरक्षण दिवस प्राकृतिक संसाधनों के संरक्षण और पर्यावरण की सुरक्षा के महत्व को समझने और जोर देने के लिए एक मंच के रूप में कार्य करता है। यह दिन हमें ग्रह पर हमारे कार्यों के प्रभाव पर विचार करने के लिए प्रेरित करता है और हमें वर्तमान और आने वाली पीढ़ियों दोनों के लिए एक स्थायी भविष्य सुरक्षित करने की दिशा में उपाय करने के लिए प्रेरित करता है। इस अवसर का प्राथमिक उद्देश्य सतत् विकास की आवश्यकता के बारे में जागरूकता बढ़ाना है। यह भविष्य की पीढ़ियों की अपनी आवश्यकताओं को पूरा करने की क्षमता से समझौता किए बिना हमारी वर्तमान जरूरतों को पूरा करने के तरीके खोजने पर जोर देता है। इसमें आर्थिक विकास, पर्यावरण संरक्षण और सामाजिक जिम्मेदारी के बीच संतुलन बनाना शामिल है।

कैट के पर्यावरण संयोजक मोहन वर्ल्यानी एवं सह- संयोजक शंकर बजाज ने बताया की विश्व प्रकृति संरक्षण दिवस उन महत्वपूर्ण भूमिका को स्वीकार करता है जो व्यक्ति संरक्षण प्रयासों में निभा सकते हैं। व्यक्तियों के पास अपने कार्यों के माध्यम से अंतर करने की शक्ति भी होती है। हाल के दिनों में जलवायु परिवर्तन एक महत्वपूर्ण मुद्दा है। ग्लोबल वार्मिंग, प्रदूषण और लुप्तप्राय और विलुप्त होने वाली प्रजातियां प्रकृति में भारी असंतुलन पैदा कर रही हैं। प्राकृतिक संसाधनों की रक्षा करने और यह सुनिश्चित करने के लिए अपनी पूरी कोशिश करने के लिए कि पृथ्वी हमारी प्रथाओं से नकारात्मक रूप से प्रभावित न हो, हमें प्रकृति वार्तालाप शुरू करने की आवश्यकता है। समय के साथ, जलवायु परिवर्तन और प्राकृतिक आपदाओं ने हमें पृथ्वी पर होने वाली कमी और प्रदूषण की मात्रा का पता लगाया है। अब समय आ गया है कि हम झुक जाएं और संसाधनों को बचाएं ताकि प्रकृति को हम पर अपना प्रकोप दिखाने से रोका जा सके।

विश्व प्राकृतिक संरक्षण दिवस के अवसर पर श्रीमती दीपा सोनू कुकरेजा जी के द्वारा गुलमोहर ऑवला, करंज, जामुन, अमरूद आदि विभिन्न प्रजाति के पौधे प्रदान किये गये। वृक्षारोपण कार्यक्रम में कैट एवं युवा टीम के पदाधिकारी मुख्य रूप से उपस्थित रहे :- अमर पारवानी, जितेन्द्र दोशी, परमानन्द जैन, वासु माखीजा, सुरिन्द्रर सिंह, भरत जैन, राजेन्द्र जग्गी, अवनीत सिंह, विजय पटेल, निलेश मुदडा, जयराम कुकरेजा, महेन्द्र बागरोडिया, मोहन वर्ल्यानी, शंकर बजाज, वभैव बजाज, राजू कापसे, संजय चॉवला, मनोज तापरिया, अजय वंजारी, दिलीप पटेल, अमन कापसे, सिद्वार्थ चिलागिया, नवीन पटेल, ओम रामवानी, करण चॉवला चाविक्रम कुमार एवं अन्य व्यापारीगण आदि।

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