रायपुर। भाजपा विधायक पूर्व मंत्री बृजमोहन अग्रवाल ने कहा कि संविदा कर्मचारियों की हड़ताल पर भूपेश बघेल का एस्मा लगाने का निर्णय इस सरकार के ताबूत में आखिरी कील हैं। एक बार फिर
सरकार का कर्मचारी विरोधी चेहरा उजागर हो गया है। धोखा और कांग्रेस एक दूसरे के पूरक हैं। चुनाव में वोट लेने के लिए कर्मचारियों को धोखा दिया, वोट लेने के नाम पर कर्मचारियों के लिए चांद तारे तोड़ लाने की बात कही थी और सरकार बनते ही कर्मचारियों को एक एक कर धोखा दिया।
बृजमोहन अग्रवाल ने कहा कि भूपेश बघेल ने संविदा कर्मचारियों को वेतन बढ़ाने के लिए नहीं कहा था। संविदा कर्मचारियों को नियमितीकरण करने की बात कही थी , आश्वासन दिया था। कांग्रेस घोषणापत्र में नियमितीकरण का वादा था। धोखा देना तो कांग्रेस की फितरत रही है और कांग्रेसी और धोखा एक दूसरे के पूरक रहे हैं। संविदा कर्मचारियों पर एस्मा लगाकर यह साबित भी कर दिया कि कांग्रेस का मूल चरित्र ही कर्मचारी विरोधी है।
बृजमोहन अग्रवाल ने कहा कि कांग्रेस अपना घोषणापत्र उठा कर देखे, चुनाव में कर्मचारियों से वोट लेने जितनी भी घोषणा की थीं, उनमें एक भी पूरी नहीं हुई है। चाहे चार स्तरीय वेतनमान की बात हो ,चाहे नियमितीकरण की बात हो, चाहे कर्मचारियों को समयबद्ध प्रमोशन की बात हो, पुलिसकर्मियों के साप्ताहिक अवकाश की बात हो, सब वादे सिर्फ वादे ही रह गए और आज जब कर्मचारी इन सब मांगों के लिए संविधान प्रदत्त अपने हक के तहत प्रदर्शन कर रहे हैं तो सरकार उन्हें दबाने के लिए व कर्मचारी आंदोलन को कुचलने के लिए एस्मा तक लगाने से नहीं चूक रही है। श्री अग्रवाल ने कहा कि छत्तीसगढ़ की आम जनता, कर्मचारी, महिला, युवा, सभी सरकार को उखाड़ फेंकने के लिए कृत संकल्पित हैं।