0 अब और क्या सबूत चाहिए कि अवैध शराब सत्ता के सरंक्षण में बिक रही है
रायपुर। भारतीय जनता पार्टी की प्रदेश प्रवक्ता व विधायक रंजना साहू ने राजधानी के एक पब में देर रात चल रही पार्टी को बंद कराने पहुंची पुलिस के साथ एक विधायक के पीए और एनएसयूआई कार्यकर्ताओं द्वारा किए गए विवाद और गाली-गलौज को सत्तावादी अहंकार शर्मनाक प्रदर्शन बताया है। श्रीमती साहू ने कहा कि विवाद करने वाले युवकों की ओर से कांग्रेस विधायक के थाने पहुंचने से यह स्पष्ट हो गया है कि प्रदेशभर में शराबखोरी और नशाखोरी को सरकार के सरंक्षण में बढ़ावा दिया जा रहा है।
भाजपा प्रदेश प्रवक्ता व विधायक श्रीमती साहू ने कहा कि एक ओर मुख्यमंत्री भूपेश बघेल पूर्ण शराबबंदी के वादे से मुकरने के बाद सूखे नशे पर जुबानी चिंता जता रहे हैं, वहीं दूसरी ओर राजधानी समेत समूचा प्रदेश नशे के गोरखधंधे का अड्डा बना हुआ है। नशे के इस गोरखधंधे ने प्रदेश की पीढ़ियों की जिंदगी और भविष्य को दांव पर लगा दिया है। छत्तीसगढ़ के लाखों परिवार नशे के दलदल में धंसकर तबाह हो रहे हैं और कांग्रेस के लोग खुलेआम नशाखोरी और पुलिस के साथ गाली-गलौज और गुंडागर्दी कर रहे हैं। श्रीमती साहू ने कहा कि राजधानी के तेलीबांधा, विधानसभा, माना, मंदिर हसौद, सिविल लाइन, राजेंद्र नगर क्षेत्र में कई पब, रेस्टोरेंट, कैफे संचालित हो रहे हैं, जहां शनिवार रविवार को देर रात तक नशेड़ियों का हुजूम जुटकर पार्टियां व नशाखोरी करता है और उन्हें रोकने पर सत्ता की धौंस दिखाकर ये नशेड़ी पुलिस के साथ गुंडागर्दी तक करने लगते हैं। ऐसे आपराधिक तत्वों को बचाने कांग्रेस विधायक का पहुंचना न केवल शर्मनाक है अपितु नशे के गोरखधंधे को सरकारी संरक्षण की पुष्टि करता है। श्रीमती साहू ने कहा कि यह कोई पहली घटना नहीं है। इससे पहले भी इन पब, रेस्टोरेंट, कैफे में वाद-विवाद, मारपीट और फायरिंग तक की घटनाएं हो चुकी हैं और आरोपी धन व सत्ता के बल पर कार्रवाई से बच रहे हैं। पूरे प्रदेश को नशे की गर्त में धकेल ्कर मुख्यमंत्री बघेल नशाखोरी पर चिंता जताने की ड्रामेबाजी से बाज आएं।