अविश्वास प्रस्ताव पेश, बृजमोहन के भाषण पर जमकर हंगामा

रायपुर। छत्तीसगढ़ विधानसभा के मानसून सत्र के अंतिम दिन आज भारतीय जनता पार्टी ने सरकार के खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव पेश किया। नेता प्रतिपक्ष नारायण चंदेल द्वारा पेश किए गए अविश्वास प्रस्ताव के साथ आरोप पत्र को आसंदी ने अनुमति नहीं दी। अविश्वास प्रस्ताव पर चर्चा की शुरुआत करते हुए भाजपा सदस्य बृजमोहन अग्रवाल ने सरकार पर जमकर हमला बोलते हुए कहा कि छत्तीसगढ़ में किसान परेशान हैं। उन्हें खाद बीज नहीं मिल रहा। गरीब परेशान हैं।उन्हें छत नहीं मिल रही। लोग परेशान हैं कि उन्हें पीने का शुद्ध पानी नहीं मिल रहा। न स्कूल की सही व्यवस्था है और न ही इलाज के लिए अस्पताल की। अंतर्विरोध की इस सरकार से कोई भी खुश नहीं है उन्होंने रविंद्र चौबे से कृषि मंत्रालय ले लिए जाने पर टिप्पणी करते हुए कहा कि बीमारी की अवस्था में उनसे विभाग छीना गया। इस सरकार में विधायक मंत्री से खतरे का आरोप लगाते हैं विधायक कहते हैं कि डीएमएफ में बंदरबांट हो रही है। सरकार पर इसके विधायकों का विश्वास नहीं है। मुख्यमंत्री को मंत्रियों पर विश्वास नहीं है। मंत्रियों को मुख्यमंत्री पर विश्वास नहीं है। छत्तीसगढ़ की संस्कृति मामले में सरकार पर निशाना साधते हुए बृजमोहन अग्रवाल ने कहा कि मुख्यमंत्री निवास में गेड़ी चढ़ने से क्या छत्तीसगढ़ की संस्कृति का विकास हो जाएगा। हम ऐसी संस्कृति नहीं चाहते कि 6 करोड में माता कौशल्या का मंदिर और 25 करोड़ रुपये इवेंट कंपनी को दिए जाएं। बृजमोहन अग्रवाल ने सरकार पर राशन घोटाले से लेकर शराब घोटाले तक कई आरोप लगाए। बृजमोहन के 1 घंटे के भाषण के दौरान कांग्रेस की ओर से मंत्रियों ने लगातार टोका टाकी की। दोनों पक्षों के बीच जमकर आरोप-प्रत्यारोप लगाए जाते रहे। बृजमोहन के आरोपों के जवाब में संसदीय कार्य मंत्री ने कहा कि अविश्वास प्रस्ताव में कोई तथ्य नहीं है। उन्होंने कहा कि हम कर्ज लेकर धान खरीदी करते हैं। प्रधानमंत्री किसानों से असत्य कह गए कि केंद्र सरकार धान खरीदी करती है। बृजमोहन अग्रवाल ने सत्र के पहले दिन युवाओं के प्रदर्शन को लेकर तीखे आरोप लगाते हुए कहा कि यह सरकार निर्वस्त्र हो गई है। इस पर सत्ता पक्ष ने जमकर विरोध किया।

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