रायपुर। भाजपा प्रदेश प्रवक्ता संदीप शर्मा ने मंडी शुल्क में वृद्धि का विरोध करते हुए कांग्रेस की भूपेश बघेल सरकार को किसान विरोधी करार दिया है। उन्होंने कहा कि भूपेश बघेल सरकार का किसान विरोधी चेहरा एक बार फिर उजागर हो गया है। किसानों के धान मंडी में अभी ठीक दर पर बिक रहे थे लेकिन भूपेश बघेल ने मंडी शुल्क का 5.2 का जो नियम था, वह फिर से लागू कर दिया। इस कारण 2 दिन से मंडी में धान डेढ़ से दो सौ की गिरावट के साथ बिक रहा है। यह किसानों के लिए दूबर ला दुइ असाढ़ वाला हो गया है। किसान को बहुत बड़ा नुकसान हुआ है। असाढ़ सावन के महीने में किसान धान बेचकर कुछ ठीक कीमत पा लेने का सोचे थे लेकिन भूपेश बघेल सरकार ने किसानों पर प्रहार किया है। उनके हितों पर कुठाराघात किया है। हम कहते हैं कि भूपेश बघेल इस तरह किसानों के साथ अत्याचार बंद करें और यह 5. 2 शुल्क वापस लें। वरना छत्तीसगढ़ के किसान इस सरकार की ईट से ईट बजाने के लिए तैयार बैठे हैं।
भाजपा प्रदेश प्रवक्ता संदीप शर्मा ने कहा कि किसानों को धोखे में रखकर सत्ता में आई कांग्रेस सरकार पौने पांच साल से किसानों पर अत्याचार कर रही है। लगातार 4 साल भूपेश बघेल सरकार ने समय पर धान खरीदी नहीं की। हर बार बहानेबाजी करते रहे। धान खरीदी के दौरान तरह तरफ की बाधाएं खड़ी करते रहे। धान बेचने खरीदी केंद्र पहुंचने वाले किसानों को रास्ते में रोककर भूपेश टैक्स वसूला जाता रहा। केंद्रों में तौल से अधिक धान किसानों से जबरन लेकर लूट की गई। गिरदावरी के नाम पर किसानों का शोषण किया गया।
भाजपा प्रदेश प्रवक्ता संदीप शर्मा ने कहा कि भाजपा के दबाव में इस बार चुनावी साल में भूपेश बघेल सरकार ने 1 नवंबर से धान खरीदी का ऐलान तो किया लेकिन खरीदी केंद्रों में कोई व्यवस्था नहीं की क्योंकि इस सरकार को किसानों की दयनीय स्थिति से कोई सरोकार नहीं है। बारिश में किसान का धान भीग जाता है। फसल चौपट हो जाती है मगर छत्तीसगढ़ के खजाने से यूपी में 50-50 लाख का मुआवजा बांट आने वाले भूपेश बघेल छत्तीसगढ़िया किसान को उचित मुआवजा देने की जरूरत नहीं समझते। अब उन्होंने मंडी शुल्क के जरिये किसानों को प्रताड़ित कर अपना असली चेहरा दिखा दिया है।