भाजपा ने घोषणा पत्र समिति नही जुमला गैंग बनाया – धनंजय सिंह

0 जो15 साल सत्ता में रहते जनता से किए वादा को पूरा नहीं कर पाये वही लोग घोषणा पत्र समिति में

0 रमन सरकार ने आदिवासियों को सरकारी नौकरी और दूध देने वाली गाय नहीं दिया,किसानों को धान की कीमत प्रति क्विंटल 2100 रु एवं 300रु बोनस नहीं दिया

रायपुर। भाजपा के घोषणापत्र समिति को जुमला गैंग बताते हुए प्रदेश कांग्रेस प्रवक्ता धनंजय सिंह ठाकुर ने कहा कि भाजपा ने घोषणा पत्र समिति के नाम से जुमला गैंग बनाया है और उसके संयोजक सांसद विजय बघेल सहसंयोजक रामविचार नेताम अमर अग्रवाल शिवरतन शर्मा को बनाये हैं 15 साल के भाजपा सरकार के दौरान जनता से किए गए दगाबाजी वादाखिलाफी के लिए जितना मुख्यमंत्री रहते रमन सिंह जिम्मेदार है उतना ही भाजपा के घोषणापत्र समिति के संयोजक और सहसंयोजक एवं सदस्य लता उसेंडी,महेश गागड़ चंद्रशेखर साहू कृष्णमूर्ति बांधी भैयालाल रजवाड़े भी जिम्मेदार है इन्होंने सरकार में रहते जनता से किए वादों को पूरा नहीं किया। अब चुनाव नजदीक आते ही इन्हें जनता की याद आई है यह सिर्फ इनकी चुनावी चिंता है भाजपा का चरित्र ही धोखा देना है और भाजपा के बड़े नेता भी सार्वजनिक तौर पर चुनाव में किए गये जनता से वादों को चुनावी जुमला ठहराकर जनता का उपहास उड़ाते रहते हैं।

प्रदेश कांग्रेस प्रवक्ता धनंजय सिंह ठाकुर ने भाजपा के घोषणापत्र समिति पर सवाल उठाते हुए कहा जब भाजपा विपक्षी दलों के घोषणा पत्र को रेवड़ी बताकर गरीब जनता की समस्याओं को नजरअंदाज करते हैं तब ऐसे में भाजपा के घोषणा पत्र समिति का क्या औचित्य है? क्या भाजपा अपने नेता को सेट करने के लिए खानापूर्ति के लिए घोषणा पत्र समिति बनाई है?

प्रदेश कांग्रेस प्रवक्ता धनंजय सिंह ठाकुर ने कहा कि पूर्व के रमन सरकार ने 2003, 2008 ,2013 में जनता से किए वादों को पूरा नहीं किया। किसानों को धान की कीमत 2100 रु प्रति क्विंटल 300रु बोनस,आदिवासी परिवार के एक सदस्य को सरकारी नौकरी और 10 लीटर दूध देने वाले जर्सी गाय ,12वीं पास युवाओं को 500 रु महीना बेरोजगारी भत्ता देने सहित अनेक लोकलुभावने वादा किया था जिसे पूरा नही किया। जो भाजपा अपने घोषणा पत्र को पवित्र ग्रन्थ की तरह बताते रहे लेकिन चुनाव जीतने के बाद सत्ता की गद्दी में बेठेते ही खुद के घोषणा पत्र को कूड़ादान में फेंककर अपने मूल एजेंडा कमीशनखोरी भ्रष्टाचार लूट खसोट में लग जाते थे।प्रदेश की जनता की बेहतरी के लिए व्यक्ति विकास के लिए काम नही की।मर्यादा पुरुषोत्तम श्री राम जी एवं गौ माता का जयकारा लगाकर वोट लेते थे पर राम वनगमन पथ और गौ सेवा की दिशा में काम नहीं किया। छत्तीसगढ़ की संस्कृति परंपरा तीज त्यौहार खान-पान रहन-सहन बोली भाखा को सहेजने सँवारने संरक्षित करने की ओर ध्यान नहीं दिया। बल्कि प्रदेश के हर वर्ग का शोषण किया था।

 

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