0 प्रदेश के 24 लाख से अधिक किसानों के खाते में किसान न्याय योजना की 1800 करोड़ की पहली किश्त जमा हुई
रायपुर। भाजपा के द्वारा राजीव गांधी किसान न्याय योजना की किस्त किसानों को नहीं मिलने के आरोप को खारिज करते हुये प्रदेश कांग्रेस प्रवक्ता धनंजय सिंह ठाकुर ने कहा कि भाजपा के किसान नेता राजीव गांधी किसान न्याय योजना की पहली किस्त खाता में प्राप्त करने के बाद न्याय योजना की पैसा नहीं मिलने की झूठा आरोप लगाकर ओछी राजनीति कर रहे हैं। भाजपा प्रवक्ता को कबीरधाम के बारे में बयान देने के पहले अपने नेता पूर्व मुख्यमंत्री रमन सिंह से पूछ लेना चाहिये कि उनके खाते में राजीव गांधी किसान न्याय योजना के पैसे आये है या नहीं। उन्हें हकीकत पता चल जायेगा। भाजपा के प्रदेश भर के सभी नेताओं के खाते में भूपेश सरकार की योजना का पैसा गया है। 21 मई को प्रदेश के 24 लाख से अधिक किसानों के खाता में राजीव गांधी किसान न्याय योजना की पहली 1800 करोड़ रुपए की अधिक राशि जमा करा दी गई है जो किसानों को प्राप्त हो गई है। और किसान न्याय योजना की किश्त मिलने के बाद किसान खेती किसानी में जुट गए हैं, खाद-बीज की खरीदी कर रहे हैं, खेतों की जुताई कर रहे हैं और कृषि कार्यों को संपन्न करने के लिए लगे हुए हैं। ऐसे में भाजपा जिसके पास मुद्दा नहीं है तो पैसा नहीं मिलने का झूठा आरोप लगाकर भाजपा राजनीति करना चाहती।
प्रदेश कांग्रेस प्रवक्ता धनंजय सिंह ठाकुर ने कहा कि कबीरधाम जिला के 1 लाख 11 हजार 373 किसानों के खाते में 79 करोड़ 65 लाख रु जमा करा दिया गया है जो किसानों को मिल गया है। न्याय योजना के सभी हितग्राही किसानों को पहली किस्त दे दी गई है, किसी भी किसानों के राशि में कटौती नहीं की गई है, ना ही उसे पहली किस्त से वंचित किया गया है।
प्रदेश कांग्रेस प्रवक्ता धनंजय सिंह ठाकुर ने कहा कि इतना जरूर है कि मोदी सरकार के द्वारा जो किसान सम्मान निधि योजना चलाई जा रही है उसमें किसानों के साथ भेदभाव किया जाता है किसानों के साथ धोखा किया जाता है प्रदेश के शत प्रतिशत किसानों को किसान सम्मान निधि की राशि नहीं दी जा रही है। और लगभग 53000 से अधिक किसानों से किसान सम्मान निधि की राशि वापस मांगी जा रही है इसके लिये नोटिस भेजा है भाजपा का यह किसान विरोधी चरित्र है एक ओर जहां प्रदेश सरकार किसानों के खाते में बिना भेदभाव के किसान न्याय योजना की राशि डाल रही है जिसमें भाजपा के नेता भी शामिल हैं और वो पैसा लेकर पैसा नहीं मिलने का झूठा आरोप लगा रहे हैं।