भोपाल। नजीराबाद थाना इलाके में रहने वाले एक किसान ने फांसी लगाकर जान दे दी। फिलहाल खुदकुशी के सही कारणो का खुलासा तो नहीं हो सका है, लेकिन पुलिस की शुरुआती जॉच में यह बात सामने आई है कि मृतक किसान को बीते करीब तीन साल की फसल का सही दाम नहीं मिलने वो काफी परेशान था, उसने खेती के लिये कर्ज ले रखा था, लेकिन फसल का उचित दाम न मिलने से वो कर्ज नहीं चुकाने के साथ ही आर्थिक रुप से काफी परेशान चल रहा था। थाना पुलिस के अनुसार ग्राम कोलूखेड़ी में रहने वाला 40 वर्षीय जगननाथ सिलावट गांव में ही खेती-किसानी करता था। उसकी गांव में चार एकड़ कृषि भूमि है। उसे शराब के नशे की आदत थी। बीते तीन-चार सालों से वो प्याज की खेती कर रहा था, लेकिन सही रेट न मिलने से उसे हर बार उसे काफी नुकसान उठाना पड़ रहा था। इस साल भी प्याज की फसल का सही भाव नहीं मिले। जिसके बाद वो काफी तनाव में रहने लगा था। तनाव के कारण वह शराब भी अधिक पीने लगा था। और परिवार वालो से अक्सर जान देने की बात करता था। मंगलवार बुधवार की दरमियानी रात वह शराब के नशे में घर पहुंचा और अपने कमरे में सोने चला गया। वहीं उसकी पत्नी और तीनों लड़के बाहर वाले कमरे में सो रहे थे। रात के समय ही उसने फांसी लगाकर खुदकुशी कर ली। अगली सुबह दोपहर तक जब जगन्नाथ के कमरे का दरवाजा नहीं खुला तब परिवार वालो ने उन्हें काफी आवाजे दी, लेकिन भीतर से कोई जवाब न आने पर किसी तरह परिवार वाले कमरे में दाखिल हुए तो उन्हें जगन्नाथ का शव फांसी के फंदे पर लटका नजर आया। बेटों नें फंदा काटकर पिता जगननाथ को नीचे उतारा लेकिन तब तक उसकी मौत हो चुकी थी। सूचना मिलने पर पहुंची पुलिस ने मर्ग कायम कर शव को पीएम के लिये भेज दिया। घटनास्थल की जॉच के दौरान पुलिस को एक पर्चा मिला है। इस पर्चे में मृतक ने बकायादार और लेनदार का हिसाब लिखा है। आगे की जॉच में पुलिस मृतक के परिवार वालो के डिटेल बयान दर्ज करने के साथ ही उन लोगो से भी पूछताछ करेंगी, जिन्होनें जगन्नाथ को फसल के लिए कर्ज दिया था।