रायपुर। छत्तीसगढ़ की कांग्रेस सरकार के कैबिनेट मंत्री शिव डहरिया द्वारा आरएसएस पर की गई आपत्तिजनक टिप्पणी पर बृजमोहन अग्रवाल ने अपनी कड़ी प्रतिक्रिया दी है। बृजमोहन ने कहा की आरएसएस देश की ताकत है, देशभक्ति की पाठशाला है। ऐसे सामाजिक संगठन पर अशोभनीय टिप्पणी करना देशभक्तों का अपमान है। साथ ही उन्होंने कांग्रेस से ही सवाल पूछा कि आजादी की लड़ाई के ढाई सौ सालों के इतिहास में एक भी कांग्रेसी अगर शहीद हुआ, अपनी जान दी तो हमें बताएं?
उन्होंने कहा कि ये कांग्रेसी मुखबिरी की बात करते हैं तो यह जान लें कि सारे देश को पता है कि महान देशभक्त क्रांतिकारी चंद्रशेखर आजाद की मुखबिरी कर हत्या किसने करवाई है। कांग्रेस को अपने गिरेबान में झांकने की नसीहत देते हुए कहा कि इतिहास के पन्नों में दर्ज है कि कांग्रेस के बड़े नेताओं ने महात्मा गांधी के साथ कैसा व्यवहार किया। उनकी इच्छाओं को पूरा नहीं होने दिया। सुभाष चंद्र बोस के साथ कांग्रेस ने क्या किया। अगर पन्ने पलटने शुरू कर दें तो कांग्रेस के लोग मुंह दिखाने के लायक भी नहीं रहेंगे।
उन्होंने कहा कि महात्मा गांधी और सरदार पटेल भी संघ की देशभक्ति से प्रभावित थे और संघ की शाखाओं में भी गए थे। जब भारत पाकिस्तान का विभाजन हुआ, भारत चीन युद्ध, भारत पाक युद्ध हुआ, उस दौर में भी संघ भारत के लोगों की सेवा के लिए, सैनिकों की मदद के लिए खड़ा रहा। आज भी देश पर कोई संकट आता है तो सबसे पहले आरएसएस के स्वयंसेवक मोर्चे पर खड़े दिखाई पड़ते हैं।
बृजमोहन ने कहा कि असल में कांग्रेस को आरएसएस फोबिया हो गया है। घबराकर अनर्गल बयानबाजी पर उतर आए हैं। उन्हें लड़ना है तो भाजपा से लड़ें। देशहित में काम कर रहे सामाजिक संगठन आरएसएस पर टिप्पणी करके कांग्रेस देश के प्रति समर्पित होकर काम कर रहे लोगों का अपमान कर रही है।