रायपुर। मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी कार्यालय, छत्तीसगढ़ द्वारा आज रायपुर के नवीन विश्राम भवन में आयोजित राज्य स्तरीय कार्यशाला में सभी जिलों के जिला निर्वाचन अधिकारियों, उप जिला निर्वाचन अधिकारियों और एफएलसी सुपरवाइजर्स को ईवीएम/वीवीपीएटी की एफएलसी के संबंध में प्रशिक्षण दिया गया। कार्यशाला में उन्हें कंट्रोल यूनिट, बैलेट यूनिट और वीवीपीएटी से संबंधित प्रशासनिक एवं तकनीकी प्रकियाओं के बारे में विस्तार से जानकारी दी गई। भारत निर्वाचन आयोग, नई दिल्ली और ईसीआईएल, हैदराबाद के अधिकारियों ने ईवीएम/वीवीपीएटी की एफएलसी के साथ ही ईवीएम की हैंडलिंग और जरूरी प्रक्रियाओं के बारे में बताया। जिला निर्वाचन अधिकारियों, उप जिला निर्वाचन अधिकारियों और एफएलसी सुपरवाइजर्स को ईवीएम व वीवीपीएटी के साथ इनका व्यावहारिक प्रशिक्षण भी दिया गया।
भारत निर्वाचन आयोग के सचिव बी.सी. पात्रा के मार्गदर्शन में उत्तराखंड के सहायक मुख्य निर्वाचन अधिकारी एवं ईवीएम नोडल अधिकारी मस्तु दास तथा भारत निर्वाचन आयोग के अनुभाग अधिकारी विभोर अग्रवाल ने ईवीएम एवं वीवीपैट के तकनीकी एवं प्रशासनिक प्रक्रियाओं के संबंध में विस्तृत जानकारी दी। ईसीआईएल के उप वरिष्ठ निदेशक पी.सी. मंडल ने ईवीएम के तकनीकी पहलुओं पर विस्तृत जानकारी दी। उन्होंने एफएलसी के लिए उपयोग में आने वाले जरूरी उपकरणों और कनेक्टर्स के बारे में भी बताया।
छत्तीसगढ़ की मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी श्रीमती रीना बाबा साहेब कंगाले ने कार्यशाला में बताया कि राज्य में उपलब्ध कुल एक लाख 27 हजार 444 ईवीएम एवं वीवीपीएटी की प्रथम स्तरीय जांच का कार्य प्रत्येक जिला मुख्यालय में आगामी 10 जून से 27 जून तक किया जाएगा। आज हुई कार्यशाला में सभी जिला निर्वाचन अधिकारियों, उप जिला निर्वाचन अधिकारियों एवं एफएलसी पर्यवेक्षकों को एफएलसी की प्रक्रिया के संबंध में विस्तृत जानकारी प्रदान की गई है, ताकि वे अपना कार्य जिला स्तर पर उत्कृष्ट तरीके से संपादित कर सकें। छत्तीसगढ़ की अतिरिक्त मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी श्रीमती शिखा राजपूत तिवारी, संयुक्त मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी बिपिन माझी और डॉ. के.आर.आर सिंह, उप मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी विनय अग्रवाल तथा सहायक मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी रूपेश वर्मा और श्रीमती शारदा अग्रवाल भी कार्यशाला में उपस्थित थीं। केरल के संयुक्त मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी अनीस टी., बिहार के उप मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी धीरज कुमार और झारखंड की विशेष कार्य पदाधिकारी श्रीमती गीता चौबे ने भी कार्यशाला में हिस्सा लिया।
छत्तीसगढ़ के मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी कार्यालय द्वारा राज्य के सभी जिलों में ईवीएम/वीवीपीएटी की प्रथम स्तरीय जांच के लिए कार्यक्रम जारी किया गया है। इसके लिए इंजीनियरों के 26 दलों का गठन किया गया है। ये दल निर्धारित तिथियों में संबंधित जिलों का भ्रमण कर जिला निर्वाचन अधिकारी, उप जिला निर्वाचन अधिकारी और एफएलसी सुपरवाइजर्स के सहयोग से एफएलसी की प्रक्रिया पूर्ण करेंगी।
मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी कार्यालय द्वारा जारी कार्यक्रम के अनुसार बालोद, बलौदाबाजार- भाटापारा, बलरामपुर- रामनुजगंज, बस्तर, बेमेतरा, बिलासपुर, धमतरी, दुर्ग, गरियाबंद, जशपुर, कबीरधाम, कोंडागांव, कोरबा, रायगढ़, रायपुर, राजनांदगांव, सूरजपुर, सरगुजा, कांकेर, जांजगीर-चांपा और महासमुंद जिले में 10 जून से 27 जून के बीच ईवीएम/वीवीपीएटी की एफएलसी की जाएगी। गौरेला-पेंड्रा-मरवाही में 10 जून से 15 जून, मुंगेली में 16 जून से 23 जून, सक्ती में 10 जून से 17 जून, सांरगढ़-बिलाईगढ़ में 18 जून से 24 जून, कोरिया में 10 जून से 14 जून, मनेंद्रगढ़- चिरमिरी-भरतपुर में 15 जून से 23 जून, नारायणपुर में 10 जून से 13 जून, सुकमा में 14 जून से 17 जून, दंतेवाड़ा में 18 जून से 22 जून, बीजापुर में 23 जून से 26 जून, खैरागढ़- छुईखदान- गंडई में 10 जून से 17 जून तथा मोहला- मानपुर- अंबागढ़ चौकी जिले में 18 जून से 23 जून तक एफएलसी की प्रकिया संपादित की जाएगी।