0 2 हजार का नोट बंद होने से कांग्रेस को गहरा धक्का क्यों लगा : बृजमोहन
रायपुर। भारतीय जनता पार्टी के वरिष्ठ विधायक व पूर्व मंत्री बृजमोहन अग्रवाल ने कहा है कि 2000 रुपए के नोट बंद करने के फैसले के बाद कांग्रेस के बयानों से यह साफ है कि कांग्रेस को बड़ा धक्का लगा है। श्री अग्रवाल ने कहा कि जब-जब भ्रष्टाचार और भ्रष्टाचारियों के विरुद्ध कार्रवाई की जाती है, कांग्रेस के पेट में दर्द होने लगता है।
भाजपा विधायक व पूर्व मंत्री श्री अग्रवाल ने कहा कि 2000 रुपए के नोट जमा कराने के लिए अभी 127 दिनों का पर्याप्त समय है, बावजूद इसके, कांग्रेस नेता व्यर्थ हायतौबा मचा रहे हैं। इससे यह तो स्पष्ट प्रतीत हो रहा है कि भ्रष्टाचार और उसमें संलिप्त लोगों के साथ कांग्रेस खड़ी है। कालेधन के तौर पर बड़ी मात्रा में जमा इन नोटों के चलन से बाहर होने पर कांग्रेस को हो रही तकलीफ जनता को समझ आ रही है।
श्री अग्रवाल ने सवाल किया कि भ्रष्टाचार, आतंकवाद, नक्सलवाद, माफिया राज पर होने वाली कार्रवाई के विरोध में सबसे पहला बयान कांग्रेस का ही क्यों आता है? आखिर यह रिश्ता क्या कहलाता है? श्री अग्रवाल ने कहा कि ऐसा प्रतीत हो रहा है कि हजारों करोड़ रुपए के चावल घोटाले, शराब घोटाले, कोयला घोटाले, गौठान घोटाले, रेत घोटाले, भर्ती घोटाले समेत जितने भी घोटाले प्रदेश की कांग्रेस सरकार ने अपने शासनकाल में किए हैं, उसमें उगाही गई सारी रकम दो हजार रुपए के नोट के रूप में ही जमा है। अब चूंकि पूरा हिसाब देकर ही इन नोटों को बैंकों में वापस जमा करने में कांग्रेस को तकलीफ होनी है, इसलिए कांग्रेस के लोगों ने प्रलाप करना शुरू कर दिया है।
भाजपा विधायक व पूर्व मंत्री श्री अग्रवाल ने कहा कि इस निर्णय से आम लोगों को कोई असुविधा नहीं है। है। कांग्रेस के लोगों को इससे होने वाली असुविधा के मायने एकदम साफ हैं। श्री अग्रवाल ने कहा कि केन्द्र सरकार के इस फैसले से दिक्कत केवल उन्हें ही होनी है जो कालाधन कैश के तौर पर रखते हैं और देश की अर्थव्यवस्था को खोखला करते हैं। श्री अग्रवाल ने कहा कि अब पूरा हिसाब देकर बैंकों में 2000 रुपए के नोट जमा करने पर अनअकाउंटेड मनी के लिए टैक्स अदा करना होगा। आतंकवाद, नक्सलवाद, या अन्य तमाम गलत उद्देश्यों के लिए धन जमा करने वाले परेशान होंगे, और कांग्रेस नेताओं के प्रलाप से लग रहा है कि इस ताजा फैसले से सबसे ज्यादा परेशानी कांग्रेस को हो रही है।