रायपुर। कांग्रेस सरकार द्वारा विभिन्न विभागों द्वारा निकाली जा रही भर्तियों से भाजपा बौखला गयी है। प्रदेश कांग्रेस संचार विभाग के अध्यक्ष सुशील आनंद शुक्ला ने कहा कि भाजपा को बर्दास्त नहीं हो रहा है कि इतनी बड़ी संख्या में युवाओं को सरकारी नौकरियां क्यो मिल रही है। भाजपा आदतन युवा विरोधी है रमन सरकार में 15 सालों में युवाओं के लिये सरकारी नौकरी के दरवाजे बंद थे। आऊटर्सोसिंग से भर्तिया होती थी। कांग्रेस की सरकार आने के बाद युवाओं को सरकारी नौकरी मिल रही तो इससे भी भाजपा को पीड़ा हो रही है। अखबारो के पन्ने भर्तियों के विज्ञापनों और खबरों से भरे पड़े है। राज्य बनने के बाद पहली बार इतने बड़े पैमाने पर भर्तियां निकली है। अभी तक लगभग 28 हजार से अधिक पदो के लिये भर्तियां निकल चुकी है। शिक्षा विभाग, राज्य लोक सेवा आयोग, व्यापम, पीडब्लूडी, जल संसाधन विभाग, ऊर्जा विभाग, आईटीआई तकनीकी शिक्षा, विद्युत कंपनी, वन विभाग में भर्तियां निकल चुकी है। शेष सभी भर्तियों में भर्तियां निकालने की तैयारी है। देश के अन्य राज्यों तथा केन्द्र सरकार के विभागों में जहां भर्तियों का अकाल है भूपेश सरकार में छत्तीसगढ़ में भर्तियों की बहार आई है। मुख्यमंत्री भूपेश बघेल की विश्वसनीयता है और उनका कमिटमेंट है जैसे ही कांग्रेस की सरकार बनी 15 साल से सरकारी विभागां में बंद भर्तीयो को उन्होंने ने शुरू किया था। हाईकोर्ट के द्वारा आरक्षण में कटौती के बाद एक गतिरोध की स्थिति आई थी जैसे ही सुप्रीम कोर्ट ने 58 प्रतिशत आरक्षण को बहाल किया मुख्यमंत्री ने फिर से भर्तियों के लिये अभियान छेड़ दिया है। मुख्यमंत्री के इन्हीं प्रयासों के कारण राज्य की बेरोजगारी दर 1 प्रतिशत से कम है।
प्रदेश कांग्रेस संचार विभाग अध्यक्ष सुशील आनंद शुक्ला ने कहा कि राज्य में भाजपा सरकार के 15 सालों तक युवाओं के लिये सरकारी नौकरी के द्वार बंद कर दिया था। सरकारी विभागों में आउटसोर्सिंग और ठेके पर नियुक्तियां होती थी, कांग्रेस की सरकार बनने के बाद युवाओं के लिये सरकारी विभागों में सीधी भर्तियां निकाली गयी। पिछले साढ़े 4 सालों में सरकारी विभागों में 1 लाख से अधिक भर्तियां कांग्रेस सरकार ने किया। 5 लाख युवाओं को रोजगार दिया गया।
प्रदेश कांग्रेस संचार विभाग अध्यक्ष सुशील आनंद शुक्ला ने कहा कि मुख्यमंत्री भूपेश बघेल की प्राथमिकता में युवाओं को रोजगार देना है। उनकी सरकार ने युवाओं के रोजगार के लिये बेहतर योजना बनाकर कार्य किया। साढ़े 4 साल में 5 लाख युवाओं को रोजगार, स्वरोजगार एवं सरकारी नौकरी के माध्यम से रोजगार दिये। कांग्रेस की सरकार बनने के बाद युवाओं के सरकारी नौकरी में भर्ती के द्वार खोले गये। नियमित और अनियमित दोनों प्रकार की भर्तियां निकाली गयी। राज्य लोकसेवा आयोग के माध्यम से 2885 नौकरियां व्यापम के माध्यम से 4530 नौकरियां, 14580 शिक्षकों की भर्तियां, बिजली कंपनी में 3000 नौकरियां, स्वास्थ्य विभाग में 4000 नौकरियां, पुलिस विभाग में 8292 नौकरियां, राजस्व विभाग में 392 नौकरियां, वन विभाग में 3861 नौकरियां, महिला एवं बाल विकास विभाग में 800 से अधिक भर्तियां, 250,000 विभिन्न विभागों में नियमित भर्तियां की गयी, 44 विभागों में 3155 अनुकंपा नियुक्तियां, चंदूलाल चंद्राकर मेडिकल कॉलेज 1041 अन्य मेडिकल कॉलेजों में 230 नियुक्ति कृषि उद्यानिकी में 1200 नियुक्तियां इसके अलावा स्वामी आत्मानंद अंग्रेजी माध्यम स्कूल में भी शिक्षकों की भर्ती की गई। 147000 अनियमित को नियमित कर रोजगार दिया। यह तो सरकारी विभागों के रोजगार है। कांग्रेस सरकार ने 14 लाख परिवारों को वन के माध्यम से रोजगार से जोड़ा तथा 26 लाख से अधिक लोगों को मनरेगा के माध्यम से रोजगार दिया गया। 59175 बुनकरों को प्रत्यक्ष रोजगार दिया गया। आने वाले 5 साल में 15 लाख युवाओ को रोजगार देने के लिये भूपेश सरकार ने छत्तीसगढ़ रोजगार मिशन का गठन किया हैं।