नई दिल्ली। भारत चालू वित्त वर्ष में अपनी जीडीपी का 1.7 प्रतिशत हिस्सा यातायात बुनियादी टांचागत पर खर्च करने वाला है। यह अमेरिका और यूरोपीय देशों की ओर से किए जाने वाले खर्च का दोगुना है। इसके द्वारा मोदी सरकार की कोशिश देश में तेजी से यातायात बुनियादी टांचागत को विकसित करना है, जिससे देश तेजी से 5 ट्रिलियन डॉलर अर्थव्यवस्था के लक्ष्य को प्राप्त कर सके। मोदी सरकार की ओर से बताया गया कि वित्त वर्ष 2023-24 में मोदी सरकार यातायात बुनियादी ढाचें पर 122 अरब डॉलर खर्च करने जा रही है, इससे देश में बड़ी संख्या में जॉब पैदा होगी। भारत सरकार का फोकस रेलवे से लेकर देश के पूरे बुनियादी ढा़चें को विकसित बनाने पर है। मोदी सरकार की ओर से जारी आधिकारिक आंकड़ों के मुताबिक, मोदी सरकार चालू वित्त वर्ष में 2.4 लाख करोड़ रुपये का पूंजीगत खर्च करने जा रही है यह 2013-14 में किए गए पूंजीगत खर्च से 9 गुना ज्यादा है। मोदी सरकार द्वारा देश के प्रमुख मार्गों पर वंदे भारत ट्रेन भी शुरू की जा रही है। वहीं, सरकार का सड़कों पर फोकस भी है और इसके लिए 2023-24 के लिए 2.7 लाख करोड़ का बजट आवटिंत किया गया है। साथ ही एयरपोर्ट और जलमार्गों पर भी फोकस किया जा रहा है। केंद्र सरकार की ओर से 5 ट्रिलियन की अर्थव्यवस्था का लक्ष्य रखा गया है, मौजूदा समय में भारत की अर्थव्यवस्था 3.5 ट्रिलियन डॉलर की है। इसके जरिए सरकार की कोशिश भारतीय अर्थव्यवस्था की रफ्तार तेजी होगी। पिछले आठ सालों में देश में हाइवे नेटवर्क 50,000 किलोमीटर बढ़ा है। ग्रामीण सड़क नेटवर्क 2014 में 3,81,000 किलोमीटर से बढ़कर 2023 में 7,29,000 किलोमीटर का हो चुका है।