जयपुर। राजस्थान के सवाईमाधोपुर जिले के रणथम्भौर अभ्यारण्य से उदयपुर लाए गए बाघ चीनू की शिफ्टिंग के बाद अचानक मौत हो गई है। जानकारी के अनुसार सज्जनगढ़ जैविक उद्यान में मंगलवार को स्थानांतरित किए गये एक बाघ को मृत पाया गया। वन विभाग के एक अधिकारी ने इसकी जानकारी दी है। उदयपुर के सज्जनगढ़ अभयारण्य के उप वन संरक्षक अजय चित्तोड़ा ने बताया कि बेहोश करने के बाद बाघ टी-104 को रणथंभौर बाघ अभ्यारण्य से मंगलवार रात को सज्जनगढ़ जैविक उद्यान के ओपन एनक्लोजर में स्थानांतरित किया गया था। उन्होंने बताया कि बुधवार से बाघ टी 104 की अज्ञात कारणों से मृत्यु हो गयी। पशु चिकित्सकों के बोर्ड ने उसका पोस्टमार्टम किया गया। गठित मेडिकल बोर्ड ने बताया कि बाघ टी 104 में मल्टी ऑर्गन संक्रमण पाया गया है। इसके नमूने जांच के लिये भिजवाये जा रहे है। जांच रिपोर्ट प्राप्त होने पर ही मृत्यु के सही कारणों का पता चल पायेगा। हालांकि वन्यजीव विशेषज्ञों ने पुनर्वास के समय पर सवाल उठाए हैं। उन्होंने कहा कि बाघ पिछले तीन वर्षों से बाड़े में था और गर्म मौसम में बेहोश (ट्रैंकुलाइजेशन) और स्थानांतरित (शिफ्टिंग) से जाहिर तौर पर बाघ की सेहत खराब हो सकती थी। रणथंभौर अभ्यारण में बाघ ने पूर्व में तीन लोगों को मार डाला था। यहां पिछले एक सप्ताह में बाघ की यह दूसरी मौत है। पांच दिन पहले मुकुंदरा हिल्स टाइगर रिजर्व में तीन शावकों को ले जा रही एक गर्भवती बाघिन की मौत हो गई थी। इस जंगली बाघ को पिछले साढ़े तीन साल से कैद रखा गया था।