0 सुनील सोनी सहित भाजपा के सांसद छत्तीसगढ़ की आवाज उठाते तो पत्र लिखने की आवश्यकता नहीं पड़ती
रायपुर। प्रदेश कांग्रेस प्रवक्ता धनंजय सिंह ठाकुर ने कहा कि मुख्यमंत्री भूपेश बघेल प्रदेश की जनता के हित और हक के लिए जब प्रधानमंत्री को पत्र लिखते हैं तब भाजपा विरोध क्यों करती है? अभी पत्र लिखकर आरक्षण विधेयक के साथ पारित संकल्प को लोकसभा के नौवीं अनुसूची में शामिल करने की मांग किये हैं तो भाजपा विरोध क्यों कर रही है? सुनील सोनी और भाजपा के सांसद प्रदेश की जनता को बताएं कि आरक्षण विधेयक के साथ पारित संकल्प को नौवीं अनुसूची में शामिल करने के लिए अब तक भाजपा सांसदों क्या किया है? क्या भाजपा सांसदों को उक्त आरक्षण बिल के साथ पारित संकल्प को नौवीं अनुसूची में शामिल कराने से रोका जा रहा है इसका जवाब प्रदेश की जनता जानना चाहती है?
प्रदेश कांग्रेस प्रवक्ता धनंजय सिंह ठाकुर ने कहा कि प्रदेश की जनता ने भाजपा को 9 सांसद दिये हैं लेकिन इन सांसदों ने कभी भी छत्तीसगढ़ के जनप्रतिनिधि होने का दायित्व का निर्वहन नहीं किये हैं? अगर ये भाजपा के सांसद छत्तीसगढ़ की आवाज को केंद्र के सामने रखते तो मुख्यमंत्री भूपेश बघेल को पत्र लिखने की आवश्यकता नहीं पड़ती? भाजपा सांसदों के निष्क्रियता का बड़ा नुकसान छत्तीसगढ़ को उठाना पड़ता है, केंद्र छत्तीसगढ़ के साथ सौतेला और भेदभाव पूर्ण व्यवहार निरन्तर कर रही है लेकिन ये भाजपा के सांसद केंद्र की इस व्यवहार का विरोध नही करते बल्कि मुख्यमंत्री के पत्र का विरोध कर अपने भाजपाई होने का प्रमाण देते हैं।
प्रदेश कांग्रेस प्रवक्ता धनंजय सिंह ठाकुर ने सांसद सुनील सोनी से पूछा जब प्रदेश में महीनों तक ट्रेन रद्द हुई, प्रदेश के उद्योगों को कोयला नहीं दिया जा रहा है, किसानों के लिए सही मात्रा में खाद की आपूर्ति नहीं की जा रही है, छत्तीसगढ़ के हक अधिकार की राशि को रोका जा रहा है, एथेनॉल बनाने की अनुमति नहीं दी जा रही है, अब राज भवन में आरक्षण विधेयक हस्ताक्षर नहीं होने के चलते अटका हुआ है, इन सब विषयों पर अब तक भाजपा के सांसदों ने केंद्र के सामने क्या छत्तीसगढ़ का पक्ष रखा है जवाब दे?