सफाई कर्मचारियों का हड़ताल पर जाना भूपेश सरकार के अन्याय का एक और प्रमाण : केदार गुप्ता

रायपुर। भारतीय जनता पार्टी के प्रदेश प्रवक्ता केदार गुप्ता ने कहा है कि प्रदेश की भूपेश सरकार हर मोर्चे पर विफलताओं का शर्मनाक रिकार्ड बनाती जा रही है। प्रदेश की कांग्रेस सरकार की कुनीतियों और वादाखिलाफी ने हर वर्ग को त्रस्त और आंदोलित कर दिया है। श्री गुप्ता ने कहा कि अब प्रदेश की स्कूलों के 43 हजार सफाई कर्मचारियों का हड़ताल पर चले जाना प्रदेश सरकार की नाकामी का ताजा प्रमाण है।

भाजपा प्रदेश प्रवक्ता श्री गुप्ता ने कहा कि छत्तीसगढ़ में स्कूली सफाई कर्मचारियों की हड़ताल के चलते स्कूली बच्चों को स्कूलों में साफ सफाई करनी पड़ रही है! इन सफाई कर्मचारियों का मानदेय आज भी 2000 से 2400 रुपए ही है जबकि सत्ता संभालने के तुरंत बाद मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने इन कर्मचारियों को कलेक्टर गाइडलाइन के मुताबिक मानदेय देने का वादा किया था, लेकिन साढ़े 4 साल का कार्यकाल बीत जाने के बाद भी प्रदेश सरकार ने इस वादेएस को पूरा नहीं किया। श्री गुप्ता ने कहा कि यह ‘स्वच्छ भारत – स्वस्थ भारत’ का नारा देने वाले प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की परिकल्पना का खुला मखौल उड़ाना है। उन स्कूलों में, जहां बच्चे पढ़ाई करते हुए नवाचार सीखते हैं, गंदगी फैल रही है और बच्चों को सफाई करनी पड़ रही है। श्री गुप्ता ने कहा कि कोरोना काल तक में सफाई कर्मचारियों के प्रति अपनी बदनीयती का परिचय प्रदेश की बघेल सरकार ने दिया था। भाजपा सफाई कर्मचारियों की मांग का पूरा समर्थन करती है और भूपेश सरकार से मांग करती है कि इन सफाई कर्मचारियों का मानदेय तत्काल बढ़ाया जाए।

भाजपा प्रदेश प्रवक्ता श्री गुप्ता ने कहा कि शिक्षा विभाग से जुड़े कर्मचारियों के आंदोलनों के कारण स्कूली शिक्षा के स्तर में गिरावट आ रही है। कभी शिक्षा कर्मी आंदोलन करते हैं तो कभी मध्याह्न भोजन व्यवस्था से जुड़े कर्मचारी अपनी मांगों को लेकर हड़ताल करते हैं। इन सबका असर अंततः बच्चों की पढ़ाई पर पड़ रहा है। श्री गुप्ता ने कहा कि प्रदेश सरकार को इस पर गंभीर होकर ध्यान देना चाहिए ताकि बच्चों की पढ़ाई पर प्रतिकूल असर नहीं पड़े।

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