रायपुर। छत्तीसगढ़ की कांकेर लोकसभा सीट से 4 बार सांसद रहे दिग्गज आदिवासी नेता सोहन पोटाई का निधन हो गया। वे काफी समय से कैंसर रोग से पीड़ित थे। उनके निधन पर राजनेताओं, सामाजिक नेताओं ने गहन शोक व्यक्त किया है।
सोहन पोटाई डाक विभाग की सेवा छोड़कर भाजपा में शामिल हुए थे। वरिष्ठ आदिवासी नेता पोटाई के निधन से आदिवासी समाज और छत्तीसगढ़ की राजनीति में शोक की लहर फैल गई। सोहन पोटाई कांकेर से 4 बार भाजपा सांसद रहे।
मिली जानकारी के अनुसार सोहन पोटाई ने गुरुवार सुबह माहुरबंधपारा स्थित अपने पैतृक निवास में अंतिम सांस ली। पोटाई आदिवासी हित में संघर्ष करते रहे। सोहन पोटाई ने वर्ष 1998 के लोकसभा चुनाव में कांग्रेस नेता महेंद्र कर्मा को पराजित कर पहली बार भाजपा को जीत दिलाई थी। इसके बाद 1999 में उन्होंने वरिष्ठ आदिवासी नेता अरविंद नेताम की पत्नी छबीला नेताम को हराया। वर्ष 2004 में सोहन पोटाई ने कांग्रेस प्रत्याशी गंगा पोटाई को परास्त किया और 2009 में कांग्रेस प्रत्याशी फूलोदेवी नेताम को हराया। वर्ष 2014 के चुनाव में भाजपा ने उन्हें टिकट नहीं दी थी। तब से उनकी दलीय राजनीति से दूरी बढ़ गई और वे सामाजिक संगठन में सक्रिय थे।