0 आरक्षण पर कांग्रेस ने राजनीति करने राजभवन को मोहरा बना अपराध किया
रायपुर। छत्तीसगढ़ प्रदेश भाजपा महामंत्री केदार कश्यप ने कांग्रेस से मांग की है कि वह संवैधानिक पद की गरिमा को आघात पहुंचाने अपनी अपमानजनक टिप्पणियों के लिए राज्यपाल से माफी मांग ले। उन्होंने कहा कि कांग्रेस ने एक आदिवासी महिला राज्यपाल का कई बार मजाक उड़ाया। उसके जितने भी नेता हैं, चाहे छोटे नेता हों, चाहे प्रवक्ता हों, चाहे स्वयं मुख्यमंत्री हों, सभी लगातार आदिवासी महिला राज्यपाल के खिलाफ टीका टिप्पणी करते रहे। अब उनके विदा लेने का समय आ गया है।छत्तीसगढ़ से वे जा रही हैं। कांग्रेस पार्टी को चाहिए कि अब महिला आदिवासी राज्यपाल के अपमान पर राजभवन जाकर उनसे माफी मांग लें एवं अपनी गलतियों का प्रायश्चित करें।
भाजपा प्रदेश महामंत्री केदार कश्यप ने कहा कि आरक्षण के मामले में कांग्रेस सरकार ने समुचित, संतोषजनक जवाब नहीं दिए। क्वांटिफायबल डाटा आयोग की रिपोर्ट नहीं दी।विधानसभा में भी यह रिपोर्ट प्रस्तुत नहीं की। राज्यपाल ने संवैधानिक व्यवस्था के तहत अपने कर्तव्य का पालन किया तो उनके विरुद्ध बेहूदा टिप्पणियों की श्रृंखला चलाई। यहां तक कि भूपेश बघेल सरकार संविधान के विरुद्ध आचरण करते हुए राजभवन के खिलाफ उच्च न्यायालय चली गई। जबकि उसे ऐसा करने का अधिकार नहीं है। सरकार को आखिरकार मुंह की खानी पड़ी।
भाजपा प्रदेश महामंत्री केदार कश्यप ने कहा कि अब समय आ गया है कि कांग्रेस आरक्षण के मामले पर झूठ की राजनीति बंद करे। जो डाक्यूमेंट्स जहां जरूरत है, वहां प्रस्तुत करना चाहिए।सुप्रीम कोर्ट में भी केवल पेशियां बढ़वाई जा रही हैं। पुराना आरक्षण रद्द हुआ। उसमें भी कांग्रेस सरकार की संवेदनहीनता का हाथ है। कांग्रेस के कई नेताओं ने आरक्षण के खिलाफ याचिका लगाई। कांग्रेस अब जनता के हित में आरक्षण सुनिश्चित कराये।