पूर्ववर्ती रमन सरकार नक्सलवाद की पोषक थी- कांग्रेस

रायपुर। प्रदेश कांग्रेस प्रवक्ता धनंजय सिंह ठाकुर ने कहा कि पूर्ववर्ती रमन सरकार नक्सलवाद की पोषक थी। नक्सलवाद यानी हिंसा और हिंसा की सोच और समर्थक भाजपा भी है। भाजपा अपनी विचारधारा को मनाने के जनमानस को डराते धमकाते है और हिंसा करने पर भी उतारु रहती है जहां-जहां भाजपा की सरकारें हैं वहां हिंसक घटनाएं होना आम बात है। प्रदेश में नक्सलवाद पनपने के पीछे भी पूर्व रमन भाजपा सरकार की नाकामी ही रही है भाजपा की घिनौनी राजनीतिक स्वार्थ और बस्तर की जल, जंगल, जमीन का दोहन करने की बदनीयती के ही चलते प्रदेश के 4 विकड़खण्ड तक सीमित नक्सलवाद 14 जिलों तक पहुंचा था।

प्रदेश कांग्रेस प्रवक्ता धनंजय सिंह ठाकुर ने कहा कि मुख्यमंत्री भूपेश बघेल की सरकार विश्वास विकास और सुरक्षा के नीति के तहत प्रदेश से नक्सलवाद को जड़ से समाप्त करने काम कर रही है। नक्सल प्रभावित क्षेत्रों में विकास की नया अध्याय लिखा गया है, बंद स्कूलों को खोला गया, स्वास्थ्य सुविधाएं मजबूत की गई, स्थानीय स्तर पर रोजगार दिया गया, आदिवासियों को उनका कानूनी अधिकार दिया गया, जेल में निर्दोष बंद आदिवासियों को रिहा किया गया, इसका ही परिणाम है कि प्रदेश में नक्सली घटनाओं में लगभग 80 प्रतिशत की कमी आई है। कोंडागांव जिला अति संवेदनशील नक्सल प्रभावित क्षेत्र से बाहर हुआ है और सरकार के साथ मिलकर आम जनता नक्सलियों के खिलाफ लड़ाई लड़ रही है जिसका ही परिणाम है कि आज नक्सली पीठ दिखा कर भाग रहे ।

प्रदेश कांग्रेस प्रवक्ता धनंजय सिंह ठाकुर ने कहा कि पूर्व के रमन सरकार ने तो नक्सलवाद को खत्म करने सलाह देने छत्तीसगढ़ आए पूर्व डीजीपी केपीएस गिल को वेतन लेने और मौज करने की सलाह दिए थे। इससे समझ में आता है कि भाजपा नक्सलवाद को लेकर कितने गंभीर रही है। भाजपा के कई बड़े नेताओं का संबंध नक्सलियों के साथ हैं। भाजपा के नेता नक्सलियों के सहयोगी के रुप में गिरफ्तार होते हैं। भाजपा कभी नहीं चाहती थी कि प्रदेश से नक्सलवाद समाप्त हो लेकिन नक्सलवाद की आड़ में भी पूर्व की रमन सरकार ने भारी कमीशन खोरी, भ्रष्टाचार किया है और बस्तर को विकास से दूर रखने काम किया था। आज बस्तर चमक रहा है वह मुख्यमंत्री भूपेश बघेल सरकार की 4 साल की देन है।

 

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