मानवता को बचाने का रास्ता है गांधीवाद : मुख्यमंत्री भूपेश बघेल

0 अंतर्राष्ट्रीय एकता सद्भावना युवा शिविर-2023 में शामिल हुए मुख्यमंत्री

0 देश के 27 राज्यों सहित इंडोनेशिया और नेपाल के युवा  शिविर में कर रहे शिरकत

रायपुर। मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने कहा है कि राष्ट्रपिता महात्मा गांधी का सत्य, अहिंसा, प्रेम और सद्भावना का रास्ता मानवता को बचाने का रास्ता है। यही मार्ग सुब्बाराव जी का था। श्री बघेल आज यहां राजधानी रायपुर के समीप फुंडहर के वर्किंग वूमेन्स हॉस्टल में सुप्रसिद्ध गांधीवादी विचारक डॉ एस.एन. सुब्बाराव की 94वीं जयंती के अवसर पर आयोजित अंतर्राष्ट्रीय एकता सद्भावना युवा शिविर-2023 (इंटरनेशनल पीस एंड हार्मनी यूथ कैंप) को सम्बोधित कर रहे थे। 03 से 08 फरवरी तक आयोजित इस शिविर में देश के 27 राज्यों सहित इंडोनेशिया और नेपाल के युवा शिरकत कर रहे हैं।

मुख्यमंत्री ने युवाओं को सम्बोधित करते हुए कहा कि सुब्बाराव जी प्रखर गांधीवादी थे, उन्होंने देश को एकता के सूत्र में पिरोने का काम किया। देश की एकता और अखंडता को बनाए रखने के लिए विभिन्न भाषा भाषी लोगों को एक मंच पर लाने का कार्य किया। वे जीवन भर गांधी जी के रास्ते पर चले। मुख्यमंत्री ने कहा कि गांधी जी के आंदोलन में आंदोलनकारियों को अहिंसा के मार्ग पर चलकर आंदोलन करना होता था। उस समय सिखाया जाता था, हिंसा का सहारा नहीं लेना है। चाहे पुलिस लाठी भी चलाए। जेल में कैसे रहना है, लोगों को जेल के माहौल में ढालने के लिए सुब्बाराव जी ने गांधीवादियों को प्रशिक्षण दिया, ताकि आंदोलनकर्ता अंग्रेजों की प्रताड़ना से टूटे नहीं, पूरी दृढ़ता के साथ उनका प्रतिकार करें। असहयोग आंदोलन, भारत छोड़ो आंदोलन के दौरान इसी वजह से भारतवासियों ने अंग्रेजों का दृढ़ता से सामना किया। जिसकी वजह से सत्य और अहिंसा के रास्ते पर चलकर देश को आजादी मिली।

मुख्यमंत्री ने युवाओं को सम्बोधित करते हुए कहा कि सुब्बाराव जी प्रखर गांधीवादी थे, उन्होंने देश को एकता के सूत्र में पिरोने का काम किया। देश की एकता और अखंडता को बनाए रखने के लिए विभिन्न भाषा भाषी लोगों को एक मंच पर लाने का कार्य किया। वे जीवन भर गांधी जी के रास्ते पर चले। मुख्यमंत्री ने कहा कि गांधी जी के आंदोलन में आंदोलनकारियों को अहिंसा के मार्ग पर चलकर आंदोलन करना होता था। उस समय सिखाया जाता था, हिंसा का सहारा नहीं लेना है। चाहे पुलिस लाठी भी चलाए। जेल में कैसे रहना है, लोगों को जेल के माहौल में ढालने के लिए सुब्बाराव जी ने गांधीवादियों को प्रशिक्षण दिया, ताकि आंदोलनकर्ता अंग्रेजों की प्रताड़ना से टूटे नहीं, पूरी दृढ़ता के साथ उनका प्रतिकार करें। असहयोग आंदोलन, भारत छोड़ो आंदोलन के दौरान इसी वजह से भारतवासियों ने अंग्रेजों का दृढ़ता से सामना किया। जिसकी वजह से सत्य और अहिंसा के रास्ते पर चलकर देश को आजादी मिली।मुख्यमंत्री ने कहा कि छत्तीसगढ़ सरकार राष्ट्रपिता महात्मा गांधी के रास्ते पर चलने वाली सरकार है। छत्तीसगढ़ का विकास का मॉडल गांधीजी के ग्राम सुराज और स्वावलंबन पर आधारित है। यही सुब्बाराव जी का भी रास्ता है। राज्य सरकार ने जन कल्याणकारी योजनाओं के माध्यम से लोगों की जेब में पैसे डालने का काम किया, इसकी वजह से आज छत्तीसगढ़ में खेती-किसानी, व्यापार और उद्योग अच्छी स्थिति में है। छत्तीसगढ़ सबसे कम बेरोजगारी दर वाला राज्य है। लोगों को छोटे-छोटे कामों से जोड़ा जा रहा है और उन्हें आय और रोजगार के साधन उपलब्ध कराए जा रहे हैं। मुख्यमंत्री ने कहा कि छत्तीसगढ़ सरकार राष्ट्रपिता महात्मा गांधी के रास्ते पर चलने वाली सरकार है। छत्तीसगढ़ का विकास का मॉडल गांधीजी के ग्राम सुराज और स्वावलंबन पर आधारित है। यही सुब्बाराव जी का भी रास्ता है। राज्य सरकार ने जन कल्याणकारी योजनाओं के माध्यम से लोगों की जेब में पैसे डालने का काम किया, इसकी वजह से आज छत्तीसगढ़ में खेती-किसानी, व्यापार और उद्योग अच्छी स्थिति में है। छत्तीसगढ़ सबसे कम बेरोजगारी दर वाला राज्य है। लोगों को छोटे-छोटे कामों से जोड़ा जा रहा है और उन्हें आय और रोजगार के साधन उपलब्ध कराए जा रहे हैं।

छत्तीसगढ़ में 300 महात्मा गांधी रूरल इंडस्ट्रियल पार्क बनाए जा रहे हैं, इनमें प्रदेश के हुनरमंद युवाओं को छोटे-छोटे उद्योगों की स्थापना के माध्यम से रोजगार दिया जा रहा है। युवाओं को उद्योगों की स्थापना के लिए जमीन, बिजली, पानी, सड़क जैसी सुविधाएं रूरल इंडस्ट्रियल पार्क में उपलब्ध होंगी। उन्होंने कहा कि राज्य सरकार ने सुराजी गांव योजना प्रारंभ की है। इसके माध्यम से पूरे ग्रामीण समाज को स्वावलंबन की दिशा में आगे बढ़ाने का काम किया जा रहा है। प्रदेश के गौठनों में वर्मी खाद का उत्पादन हो रहा है। गौठानों में गोबर से तैयार की जा रही बिजली समूह की महिलाएं बिजली बेचेंगी।
किसान हितैषी नीतियों से प्रदेश में किसानों की संख्या बढ़ी है कृषि उत्पादन बढ़ा है और खेती का रकबा भी बढ़ा है। अंतर्राष्ट्रीय मिलेट वर्ष में छत्तीसगढ़ में मिलेट कोदो, कुटकी, रागी का ना सिर्फ समर्थन मूल्य घोषित किया गया है, समर्थन मूल्य पर दो वर्षों से खरीदी की जा रही है। किसानों को 9000 रुपए प्रति एकड़ इनपुट सब्सिडी दी जा रही है। इसी कारण छत्तीसगढ़ में किसानों को धान, मक्का, गन्ना, मिलेट्स सभी उपजों का देश में सर्वाधिक मूल्य मिल रहा है। मुख्यमंत्री ने राज्य सरकार द्वारा प्रारंभ की गई किसानों के लिए राजीव गांधी किसान न्याय योजना, पशुपालकों के लिए गोधन न्याय योजना, भूमिहीन श्रमिकों के लिए राजीव गांधी ग्रामीण भूमिहीन कृषि मजदूर न्याय योजना की भी युवाओं को जानकारी दी।

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