नई दिल्ली/ रायपुर। भारतीय जनता पार्टी की पूर्व राष्ट्रीय महामंत्री, राज्यसभा सांसद सुश्री सरोज पांडेय ने आम बजट को भारत की मजबूती का बजट निरूपित करते हुए कहा है कि देश की वित्तमंत्री श्रीमती निर्मला सीतारमण जी ने आज देश का वर्ष 2023-24 का बजट संसद में प्रस्तुत किया। इस अवसर पर राज्यसभा सांसद सुश्री सरोज पाण्डेय ने कहा कि सबका साथ, सबका विकास के हमारे प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी के संकल्प को प्रेरणाश्रोत मानते हुए इस बजट में देश के सभी तबकों, चाहे वह किसान हों, महिलाएं हों, व्यापारी हों, नौकरीपेशा वर्ग हो या समाज के आर्थिक रूप से पिछड़े लोग हों, सभी को इस बजट में विकास की राह में आगे बढ़ने के लिए प्रावधान किया गया है और उन्हें देश की मुख्यधारा से जुड़ने का अवसर प्रदान किया गया है। यह गर्व का विषय है कि वैश्विक मंदी के इस दौर में भी आर्थिक प्रगति की दर 7 प्रतिशत रहने का अनुमान है जो भारत के लिए एक बड़ी सफलता है।
राज्यसभा सांसद सुश्री सरोज पांडेय ने कहा कि हमारे कृषि प्रधान देश में कृषकों को, जो इस देश के अन्नदाता हैं, उन्हें सबसे ज्यादा सुविधाएं प्रदान की गयी हैं। कृषि क्षेत्र को और सक्षम तथा मज़बूत करने के लिए एग्रीकल्चर एक्सीलेटर योजना शुरू की गयी है। इससे कृषि के क्षेत्र में भी स्टार्ट अप शुरू करने के लिए प्रोत्साहन मिलेगा। वित्त मंत्री ने बजट में किसानों के लिए श्री अन्न योजना शुरू करने का ऐलान किया है। इसके तहत बाजरा, ज्वार, रागी जैसे मिलेट्स के उत्पादन के लिए किसानों को प्रोत्साहित किया जाएगा। आने वाला भविष्य इन्हीं अनाजों का है, जिसकी तैयारी भारत आज से कर रहा है। ताकि इसके उत्पादन में वृद्धि हो। जिससे न सिर्फ देश को इसका लाभ मिल सके बल्कि विदेशों को निर्यात कर भविष्य में विदेशी मुद्रा भी अर्जित की जा सके। दूरदर्शिता का यह एक अनुपम उदहारण है। इसके अलावा , मिलेट्स के उत्पादन को बढ़ावा देने के लिए तथा इस क्षेत्र में अनुसंधान को बढ़ावा देने के लिए संस्था का गठन किया जायेगा। जो किसानों को इसकी तकनीकी जानकारी प्रदान करेगा।
राज्यसभा सांसद सुश्री सरोज पांडेय ने कहा कि महिलाओं को आर्थिक रूप से सम्बल बनाने के लिए और उन्हें आर्थिक स्वतंत्रता प्रदान करने के लिए महिला बचत पत्र योजना शुरू की गयी है जिसमें दो वर्षों में दो लाख की रकम जमा की जा सकेगी। जिसमें न सिर्फ टैक्स में छूट प्रदान की जायेगी बल्कि प्रतिवर्ष साढ़े सात प्रतिशत का लाभ भी मिलेगा। ये महिला कल्याण के लिए एक बड़ा कदम इस बजट में उठाया जा रहा है। साथ ही देश के 81 लाख ग्रामीण महिला स्व-सहायता समूहों को मदद मिली है, जिन्हें और बढ़ाया जाएगा।
उन्होंने कहा कि विकास के साथ साथ पर्यावरण की रक्षा के लिए ग्रीन ग्रोथ कार्यक्रम शुरू किया गया है। जिसमें बागवानी के मिशन पर और जोर दिया जाएगा। बजट में इस हेतु 2200 करोड़ का प्रावधान किया गया है जो अपनी तरह की एक नयी पहल है।
राज्यसभा सांसद सुश्री पांडेय ने कहा कि यह हमारे प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी पर्यावरण के प्रति संवेदनशीलता और उसकी रक्षा के प्रति प्रतिबद्धता को दर्शाता है।
उन्होंने कहा कि युवाओं को और स्किल्ड बनाने के लिए तथा उनकी शिक्षा को और रोजगारोन्मुखी बनाने के लिए देश में 30 नए स्किल इंडिया सेंटर बनाये जाएंगे। यह एक अनुकरणीय पहल है जिसमें देश के भविष्य को और सक्षम तथा मज़बूत बनाने में मदद मिलेगी। कैपिटल एक्सपेंडिचर के लिए 10 लाख करोड़ का प्रावधान बजट में किया गया है।रेल, रोड, सड़क सहित महत्वपूर्ण क्षेत्रों में प्राइवेट इन्वेस्टमेंट पर जोर दिया गया है। इसे बढ़ाया गया है। ताकि देश के विकास को और तेज किया जा सके। इससे रोजगार में मदद मिलेगी। एमएसएमई सेक्टर के लिए, जिसमें करोड़ों लोग प्रत्यक्ष या अप्रत्यक्ष रूप से रोज़गार पाते हैं, उसे मजबूत करने के लिए इस बजट में बहुत बड़ा प्रावधान किया गया है। प्रधानमंत्री कौशल विकास योजना 4.0 लॉन्च की जा रही है और एमएसएमई को 2 लाख करोड़ रुपये का कर्ज देने की योजना है। इससे न सिर्फ इस क्षेत्र से जुड़े लोगों का आर्थिक विकास होगा, बल्कि देश की प्रगति में इनका योगदान भी बढ़ेगा।
राज्यसभा सांसद सुश्री सरोज पांडेय ने कहा कि वित्तमंत्री श्रीमती निर्मला सीतारमण ने देश के सबसे बड़े वर्ग, मध्यम वर्ग को अभूतपूर्व राहत दी है। अब 7 लाख रुपये तक की इनकम पर कोई टैक्स नहीं लगेगा। ये राहत न्यू टैक्स रिजीम के तहत दी जाएगी। इससे नौकरीपेशा और अन्य लोगों को न सिर्फ आर्थिक लाभ होगा, बल्कि उनकी क्रयशक्ति बढ़ने से देश की अर्थव्यवस्था भी सुदृढ़ होगी।
राज्यसभा सांसद सुश्री सरोज पाण्डेय ने वित्त मंत्री श्रीमती निर्मला सीतारमण को ऐसा विकासोन्मुखी बजट पेश करने के लिए बधाई देते हुए कहा कि यह सम्पूर्ण और समावेशी बजट है। जिसमें देश के हर वर्ग को राहत प्रदान की गई है। देश को प्रगति के पथ पर आगे बढ़ने तथा विश्व का सिरमौर बनने की दिशा में यह वर्ष अत्यंत महत्वपूर्ण रहेगा।