सीएम की मंशा के मुताबिक काम में डटे रेखचंद…

0 नगरनार की तर्ज पर आमागुड़ा में विकास की बयार

(अर्जुन झा)

जगदलपुर। मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने अपने सभी विधायकों को अपने अपने क्षेत्र में विकास की जिम्मेदारी सौंप रखी है और वे अपने दौरों के दौरान विकास के कार्यों को परखते हैं। बस्तर संभाग मुख्यालय जगदलपुर विधानसभा क्षेत्र में विकास की जिम्मेदारी स्थानीय विधायक संसदीय सचिव रेखचंद जैन की है और वे इसे बखूबी निभा रहे हैं।संभाग मुख्यालय होने के कारण जगदलपुर में विकास के लिए ज्यादा दबाव रहता है। जगदलपुर का मतलब सिर्फ शहर का विकास नहीं है बल्कि जगदलपुर विधानसभा क्षेत्र की सभी पंचायत क्षेत्र के विकास से है। इस विधानसभा क्षेत्र के नगरनार का रेखचंद जैन ने कायाकल्प किया है और इसी तर्ज पर आमागुड़ा पंचायत में भी विकास की बयार उनके सतत प्रयास से बह रही है। सारे विकास कार्य मुख्यमंत्री भूपेश बघेल की मंशा के मुताबिक हो रहे हैं। ग्रामीण विकास पर पहले दिन से फोकस कर रहे मुख्यमंत्री भूपेश बघेल की सोच को अपने निर्वाचन क्षेत्र में साकार कर रहे जगदलपुर रेखचंद जैन ग्रामीण क्षेत्रों के विकास में अपने कार्यकाल के पहले दिन से जुटे हुए हैं। उनका मानना है कि विकास कार्यों की ज्यादा जरूरत उन ग्रामीण क्षेत्रों में है, जो विकास से वंचित रह गए। चार साल से विधायक रेखचंद इन ग्रामीण क्षेत्रों में विकास की रोशनी फैला रहे हैं। वे हर रोज गांवों का दौरा करते हैं और प्रयास करते हैं कि जितना विकास जगदलपुर शहर के वार्डों का हुआ है, वैसा ही विकास प्रत्येक ग्राम पंचायत के सभी मोहल्लों में भी हो। जो सुविधाएं शहर की जनता को उपलब्ध हैं, वहीं सुविधा ग्रामीण जनता को भी हासिल हो। विकास में किसी तरह का भेदभाव रेखचंद को मंजूर नहीं है। रेखचंद मानते हैं कि शहरी विकास के साथ साथ विकास में ग्रामीण क्षेत्रों को प्राथमिकता मिलनी चाहिये। वैसे तो उनका विकास अभियान जगदलपुर विधानसभा क्षेत्र के हर गांव में दिख रहा है लेकिन उड़ीसा सीमा से लगे नगरनार को किसी सुव्यवस्थित नगर का रूप देने के लिए उन्होंने जो प्रयास किया है, वह बस्तर में विकास की एक मिसाल है। अब नगरनार की तरह ही आमागुड़ा पंचायत में उन्होंने विकास कार्यों की झड़ी लगा दी है। अपनी विकास निधि के साथ साथ सीएसआर मद से लेकर ग्रामीण विकास मद और बस्तर विकास प्राधिकरण मद से आमागुड़ा पंचायत क्षेत्र के विकास में रेखचंद जैन ने गहरी रुचि दिखाई है। उन्होंने यहां इतने काम करा दिए हैं कि जनता खुश है।अगले चुनाव के लिए उलटी गिनती शुरू है। ऐसे समय में कई तरह की बातों के साथ समीक्षा का दौर चलता है। रेखचंद जैन के काम की समीक्षा तो जनता चार साल से अपने स्तर पर कर रही है और संतुष्टि व्यक्त कर रही है। और, लोकतंत्र में सबसे बड़ी समीक्षक जनता ही होती है, यह सबको मालूम है।

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