रायपुर। छत्तीसगढ़ विधानसभा अध्यक्ष डॉ. चरणदास महंत ने स्वामी विवेकानंद जी की जयंती, युवा दिवस के अवसर पर उनके कृत्यों को याद करते हुए किया नमन ।डॉ. महंत ने कहा, स्वामी विवेकानंद आधुनिक भारत के एक महान् चिंतक, महान् देशभक्त, दार्शनिक, युवा संन्यासी, युवाओं के प्रेरणास्रोत और एक आदर्श व्यक्तित्व के धनी थे। भारतीय नवजागरण का अग्रदूत यदि स्वामी विवेकानंद को कहा जाए तो यह अतिशयोक्ति नहीं होगी। ‘विवेकानंद’ दो शब्दों द्वारा बना है। विवेक + आनंद । ‘विवेक’ संस्कृत मूल का शब्द है। ‘विवेक’ का अर्थ होता है बुद्धि और ‘आनंद’ का शाब्दिक अर्थ होता है – खुशियां।
डॉ. महंत ने कहा, युवाओं के प्रेरणास्रोत, समाज सुधारक स्वामी विवेकानंद ने युवाओं का आह्वान करते हुए कठोपनिषद का एक मंत्र कहा था- ‘उत्तिष्ठत जाग्रत प्राप्य वरान्निबोधत।’ ‘उठो, जागो और तब तक मत रुको, जब तक कि अपने लक्ष्य तक न पहुंच जाओ।‘ भारतीय सांस्कृतिक चेतना में नई जान फूंकने वाले स्वामी विवेकानंद ने भारतीय युवाओं में स्वाभिमान को जगाया और उम्मीद की नई किरण पैदा की। भारतीय युवा और देशवासी भारतीय नवजागरण के अग्रदूत स्वामी विवेकानंद के जीवन और उनके विचार प्रेरणादायी है।