जगदलपुर। संसद के शीत सत्र में आज बस्तर सांसद दीपक बैज ने केंद्र सरकार से 10 लाख 9 हजार 511करोड़ के बट्टे खाते का हिसाब पूछ कर खलबली मचा दी। लोकसभा में लोक हित के मसले बेहद संजीदगी से उठाने वाले सांसद दीपक बैज ने कहा कि यह देश की जनता से जुड़ा बहुत गंभीर विषय है। मंत्री का जवाब आया है कि सरकार ने 5 साल में 10 लाख 9 हजार 511 करोड़ बट्टे खाते में डाले हैं।
सांसद दीपक बैज ने कहा कि यह देश की जनता का पैसा है। नौकरी करने वालों का पैसा है, छोटे छोटे कारोबार करने वालों का पैसा है, किसानों का पैसा है सरकार बताये कि ये कौन लोग हैं, पिछले 5 साल में कितने लोग पैसा लेकर देश छोड़कर भाग गए और क्या सरकार इनके नामों को सार्वजनिक करेगी। इस पर विभागीय मंत्री ने सदन में बताया कि आरबीआई की गाइडलाइन के अनुसार नाम डिक्लेअर नहीं किया जाते हैं। लेकिन जब उनके ऊपर ऑप्शन होती है तब नाम सामने आते हैं। इस पर सांसद दीपक बैज ने कहा कि माननीय मंत्री जी भारतीय रिजर्व बैंक अधिनियम 1934 की धारा 452 के अनुसार नाम सार्वजनिक नहीं किया जाता, हमने समझ लिया। लेकिन छोटे छोटे कर्ज वालों के नाम सार्वजनिक हो जाते हैं। इन लोगों के नाम बताने से क्या दिक्कत है, यह जानना चाहता हूं। जो टॉप ट्वेंटी बिल्कुल डिफाल्टर हैं, उनके नाम बताएं। विपक्ष के सदस्यों ने दीपक बैज की मांग का समर्थन करते हुए डिफॉल्टरों के नाम बताने की मांग की।