रायपुर। प्रदेश भाजपा के मुख्य प्रवक्ता व छत्तीसगढ़ शासन के पूर्व संसदीय कार्य मंत्री अजय चंद्राकर ने कहा है कि कांग्रेस आरक्षण के मामले में निम्नस्तरीय राजनीति कर रही है। राज्य के संवैधानिक प्रमुख राजभवन को निशाने पर लेते हुए अनावश्यक भ्रम फैला रही है। बेतुके आरोप लगाए जा रहे हैं। कांग्रेसी बिना वजह चिंता जता रहे हैं। कांग्रेस सरकार ने राजनीतिक स्वार्थ के लिए जो विधेयक लाया है, उसका संवैधानिक परीक्षण आवश्यक है। महामहिम राज्यपाल यदि यह चाहती हैं कि आरक्षण कानूनी पेचीदगियों में न फंसे तो इसमें कांग्रेस को क्या तकलीफ है? क्या कांग्रेस यही चाहती है कि पहले वह जिस तरह आदिवासी और ओबीसी का हक छिनवाती रही है, वैसा ही अब भी हो।
भाजपा मुख्य प्रवक्ता पूर्व संसदीय कार्यमंत्री अजय चंद्राकर ने कहा कि राजभवन का उद्देश्य पवित्र है। महामहिम कानूनी सलाह लेकर यह पता करना चाहती हैं कि भविष्य में यह मामला किसी अदालत में खारिज न हो। उनका उद्देश्य है कि छत्तीसगढ़ की जनता को न्याय मिले। लेकिन कांग्रेस का उद्देश्य दूसरा है। वह जनता को गुमराह कर रही है। हर वर्ग के साथ छल कर रही है। कांग्रेस सरकार यह विधेयक आनन-फानन में सिर्फ राजनीति करने के लिए लाई है। श्री चंद्राकर ने कहा कि राजनीतिक लाभ के लिए हड़बड़ी में यह विधेयक लाने वाली सरकार ने विपक्ष के संशोधन पर चर्चा तक नहीं की। इससे जाहिर है कि कांग्रेस का मकसद आदिवासी और पिछड़े वर्ग को न्याय दिलाना नहीं, इन वर्गों को झांसा देना ही है।