रायपुर। छत्तीसगढ़ चेम्बर ऑफ कॉमर्स एंड इंडस्ट्रीज के प्रदेश अध्यक्ष अमर पारवानी, महामंत्री अजय भसीन, कोषाध्यक्ष उत्तमचंद गोलछा, कार्यकारी अध्यक्ष राजेंद्र जग्गी, विक्रम सिंहदेव,राम मंधान, मनमोहन अग्रवाल ने बताया कि आज दिनांक 04 दिसम्बर 2022 को छत्तीसगढ़ चेंबर ऑफ़ कॉमर्स एंड इंडस्ट्रीज तथा संयुक्त तत्वाधान में बढ़ते ई वेस्ट (इलेक्ट्रोनिक, इलेक्ट्रिकल, कंज्यूमर इलेक्ट्रॉनिक गुड्स तथा होम एप्लायंस वेस्ट) के सही तरीके व नियमित रूप से निष्पादन हेतु रायपुर नगर निगम में कार्यशाला का आयोजन किया गया जिसमे चेंबर कार्यकारी अध्यक्ष राजेंद्र जग्गी जी के नेतृत्व में चेंबर प्रतिनिधि मंडल शामिल हुआ ।
चेंबर कार्यकारी अध्यक्ष श्री जग्गी जी ने बताया कि पर्यावरण को लेकर अभी भी पूरी तरह से जागरूकता नहीं आई है प्रदूषण जैसे अहम मुद्दे विकास के नाम पर पीछे छूट गए हैं। इलेक्ट्रॉनिक उत्पादों से बाजार भरे पड़े हैं। तकनीक में हो रहे लगातार बदलावों के कारण उपभोक्ता भी नए-नए इलेक्ट्रॉनिकक उत्पादों से घर भर रहे हैं। ऐसे में पुराने उत्पादों को वह कबाड़ में बेच देता है और यहीं से आरंभ होती है ई-कचरे की समस्या।
ई-वेस्ट आई.टी. कंपनियों से निकलने वाला यह कबाड़ा है, जो तकनीक में आ रहे परिवर्तनों और स्टाइल के कारण निकलता है। जैसे पहले बड़े आकार के कम्प्यूटर, मॉनीटर आते थे, जिनका स्थान स्लिम और फ्लैट स्क्रीन वाले छोटे मॉनीटरों ने ले लिया है। माउस, की-बोर्ड या अन्य उपकरण जो चलन से बाहर हो गए हैं, वे ई-वेस्ट की श्रेणी में आ जाते हैं। पुरानी शैली के कम्प्यूटर, मोबाइल फोन, टेलीविजन और इलेक्ट्रॉनिक खिलौनों तथा अन्य उपकरणों के बेकार हो जाने के कारण भारत में हर साल इलेक्ट्रॉनिक कचरा पैदा होता है। यह मनुष्य के स्वास्थ्य के लिए गंभीर खतरा उत्पन्न कर सकता है। ऐसे में ई- कचरे (इलेक्ट्रॉनिक) के बारे में देश में बिलकुल भी जानकारी नहीं है न ही इस दिशा में कोई कदम उठते नजर आ रहे हैं।
इसी तारतम्य में आज छत्तीसगढ़ चेंबर ऑफ कॉमर्स एंड इंडस्ट्रीज एवं नगर निगम रायपुर के संयुक्त तत्वाधान में ई वेस्ट के ऊपर कार्यशाला आयोजित की गई जिसमे यह बताया गया की कैसे ई-वेस्ट एक बड़ी समस्या बनती जा रही है तथा इसके रोकथाम के लिए क्या कदम उठाये जा सकते हैं जैसे कुछ कंपनियां इसके लिए ऑनलाइन रजिस्ट्रेशन करवाती हैं तो कुछ डिलिवरी सेंटर पर जमा करने के लिए कहती हैं। – सेंट्रल पल्यूशन कंट्रोल बोर्ड ने भी देश भर के हर राज्य में ऐसी एजेंसियों को अधिकृत किया है जो सुरक्षित तरीके से ई-वेस्ट का निपटारा करती हैं।
बैठक में अधिकारियों द्वारा ई वेस्ट से संबंधित पर्यावरण मनुष्यों तथा पशु पक्षियों को होने वाले नुकसान के बारे में बताया गया तथा इसके नियमित रूप से निष्पादन करने की प्रतिक्रिया के बारे में भी विस्तृत जानकारी दी गई। बैठक में ई वेस्ट डिस्पोजल प्लांट से भी डायरेक्टर एवं प्रतिनिधि मौजूद थे जिन्होंने आश्वासन दिया की इस कड़ी में महत्वपूर्ण भूमिका निभाएंगे तथा बाजारों में यथासंभव ई वेस्ट डस्टबिन एवं कलेक्शन जैसे महत्वपूर्ण कदम उठाएंगे।
कार्यशाला में चेंबर कार्यकारी अध्यक्ष राजेंद्र जग्गी, चेंबर उपाध्यक्ष जय नानवानी, हीरा माखीजा, रवि भवन व्यापारी संघ सदस्य विनय हिरानी, ठाकुर दास, सागर हिरानी, हिमांशु वर्मा, आनंद, मोबाइल एवं एक्सेसरीज एसोसिएशन, छत्तीसगढ़ कम्प्युटर एंड मिडिया डीलर्स एसो. अध्यक्ष दीपक विधानी, रायपुर इलेक्ट्रिक मर्चेंट एसो. अध्यक्ष श्याम महेश्वरी, रायपुर मशीनरी मर्चेंट के सदस्य अमित अग्रवाल, गुरुनानक मार्किट शारदा चौक व्यापारी संघ अध्यक्ष दर्शन निहाल एवं सदस्य सत्यपाल, स्मार्ट सिटी से योगेश कुडू, विधि अग्निहोत्री, सिद्धार्थ वैष्णव, तीरथ राम साहू एवं श्रीमान मिश्रा जी, स्टार ई प्रोसेसिंग कंपनी से ऋषि टंडन , मेहुल ठक्कर, एक कदम की सचिव राखी बैद सहित विभिन्न एसोसिएशन के पदाधिकारी एवं सदस्य शामिल हुए।