0 लोकल व्हाट्सएप ग्रुप में ट्रेंड कर रहा जिले का मुद्दा
भानुप्रतापपुर। नगर के व्यापारिक प्रतिष्ठानों में “जिला नहीं तो वोट नहीं” का बैनर और पॉम्फ्लेट लटक रहा है। एक बार फिर भानुप्रतापपुर को जिला बनाने का मुद्दा जोर पकड़ रहा है। विगत कई वर्षों से जिले की बांट जोहता भानुप्रतापपुर और यहाँ के निवासियों को उम्मीद है कि उप चुनाव में मुख्यमंत्री भानुप्रतापपुर को जिला बनाने की घोषणा करेंगे। आगामी दिनों में उप चुनाव प्रचार हेतु सीएम के भानुप्रतापपुर आगमन पर पुनः जिला बनाने की मांग की जाएगी। जिले मांग करते हुए नगर के व्यापारियों ने अपने प्रतिष्ठानों में जिला नहीं तो वोट नहीं के बैनर और पॉम्फ्लेट लगाए हैं। इसके जरिए भानुप्रतापपुर क्षेत्र के लोग सरकार को यह बताना चाह रहे हैं कि यदि इस बार भानुप्रतापपुर को जिला नहीं बनाया गया तो वे अपना मत नहीं देंगे।
ज्ञात हो कि प्रदेश में कांग्रेस की सरकार बनने के बाद से हुए 4 उप चुनाव में कांग्रेस को जीत मिली है। भानुप्रतापपुर के उप चुनाव में भी कांग्रेस जीत के दावे कर रही है, लेकिन दूसरी ओर जनता जिले की मांग लेकर सरकार से नाराज भी चल रही ही। दिवंगत स्व. मनोज मण्डावी के द्वारा किये वादे को अब तक सरकार ने पूरा नहीं किया है। वहीं उप चुनाव ने उमकी धर्मपत्नी को विधायक हेतु कांग्रेस ने प्रत्याशी भी बनाया है। लेकिन क्षेत्र के लोगों की एक ही प्रमुख जिले की मांग है जिसके लिए ही वे कांग्रेस को समर्थन देंगे। क्षेत्र के ग्रामीणों को भी जिले से काफी आशाएं बनी हुई है। रोजगार, शिक्षा, स्वास्थ्य जैसे मुद्दों से थोड़ी राहत मिलने की उम्मीद जता रहे हैं।