भानुप्रतापपुर की चुनावी जंग में उतरीं सावित्री मंडावी…

0 कांग्रेस प्रत्याशी के तौर पर लिया नामांकन का पर्चा

0 दिल्ली भेजे गए सावित्री और बीरेश ठाकुर के नाम

(अर्जुन झा)

कांकेर। कांकेर जिले की भानुप्रतापपुर विधानसभा सीट के लिए होने जा रहे उप चुनाव की जंग में दिवंगत विधायक मनोज मंडावी की पत्नी सविता मंडावी ने कांग्रेस के संभावित उम्मीदवार के के तौर पर नामांकन पत्र लिया है। इधर रायपुर में हुई बैठक में कांग्रेस ने सावित्री मंडावी और बीरेश ठाकुर के नाम का पैनल बनाकर दिल्ली भेजने की खबर है। सावित्री के नाम पर मुहर लगने की अधिक संभावना व्यक्त की जा रही है। कहा जा रहा है कि उनका नाम लगभग तय हो गया है।

श्रीमती मंडावी ने कांग्रेस प्रत्याशी के तौर पर नामांकन पत्र खरीदा है। उनकी जीत अभी से तय मानी जा रही है। उन्हें दिवंगत विधायक मनोज मंडावी द्वारा क्षेत्र में कराए गए कार्यों तथा असामयिक निधन से लोगों में उपजी सहानुभूति का पूरा लाभ मिलेगा।

भानुप्रातापुर सीट के विधायक एवं छत्तीसगढ़ विधानसभा के उपाध्यक्ष रहे मनोज मंडावी का बीते दिनों दिल का दौरा पड़ने से निधन हो गया था। उनके निधन से यह सीट खाली हुई है। उप चुनाव की प्रक्रिया शुरू हो चुकी हैं। नामांकन पत्र लेने का दौर चल रहा है। अभी तक किसी भी राजनैतिक दल ने अपना प्रत्याशी घोषित नहीं किया है। सावित्री मंडावी ने सोमवार को कांग्रेस प्रत्याशी के तौर पर नामांकन पत्र खरीदा। नामांकन लेने उनके पुत्र अमन मंडावी अपने समर्थकों की भीड़ के साथ कांकेर स्थित निर्वाचन कार्यालय पहुंचे थे। समर्थक और कांग्रेस कार्यकर्ता निर्वाचन कार्यलय के बाहर स्व. मनोज मंडावी अमर रहे, कांग्रेस पार्टी जिंदाबाद के नारे लगा रहे थे। नामांकन पत्र खरीदकर अमन मंडावी और कांग्रेस कार्यकर्ता नारे लगाते हुए निवास लौटे। स्व. मनोज मंडावी के तैलचित्र पर माल्यार्पण कर उन्हें नमन किया गया।

मंडावी के जन्मदिन पर लिया फॉर्म

भानुप्रतापपुर क्षेत्र में लोकप्रिय जन नेता रहे मनोज मंडावी का 14 नवंबर को जन्मदिन है। सावित्री मंडावी ने कहा कि यह दिन मेरे लिए सबसे पावन है, क्योंकि इसी दिन मेरे पति का जन्म हुआ था। अमन मंडावी ने बताया कि मेरी माताजी 17 नवंबर को नामांकन पत्र दाखिल करेंगी। मनोज मंडावी की जयंती पर आज सैकड़ों कांग्रेसजनों और आम नागरिकों ने मंडावी निवास पहुंचकर स्व. मनोज मंडावी के छायाचित्र पर पुष्प अर्पित कर उन्हें नमन किया। इस दौरान लोगों ने क्षेत्र में फिर से कांग्रेस का परचम लहराने का संकल्प लिया।

पार्टी का आदेश शिरोधार्य

सावित्री मंडावी ने कहा कि उन्हें पार्टी नेतृत्व पर पूरा भरोसा है कि टिकट उन्हें ही दिया जाएगा। फिर भी पार्टी जो भी आदेश देगी, वह शिरोधार्य होगा। श्रीमती मंडावी ने कहा कि मेरे पति भानुप्रतापपुर क्षेत्र के मतदाताओं के प्रति हमेशा समर्पित रहे हैं और दलगत भावना से ऊपर उठकर उन्होंने क्षेत्र के विकास के लिए काम किया है। उनके अधूरे काम को पूरा करने के लिए ही मैंने इस उप चुनाव में मैदान पर उतरने का फैसला किया है।

सहानुभूति लहर

मनोज मंडावी ने क्षेत्र के विकास और नागरिकों की समस्याओं के निराकरण के लिए पूरी शिद्दत से काम किया है। क्षेत्र के लोग उनकी कार्यशैली और मिलनसारिता के मुरीद रहे हैं। मनोज मंडावी के असामयिक निधन से क्षेत्रवासी अभी भी शोक में डूबे हैं। मंडावी परिवार के प्रति उनकी सहानुभूति है। मनोज मंडावी की लोकप्रियता का अंदाजा इसी से लगाया जा सकता है कि उनके अल्पायु में निधन से गांव – गांव में शोक और सहानुभूति की लहर चल रही है। आम मतदाताओं का मानना है कि मनोज मंडावी के काम को उनकी धर्मपत्नी सावित्री मंडावी ही आगे बढ़ाने में सक्षम हैं। मनोज मंडावी द्वारा कराए गए कार्यों और मंडावी परिवार के प्रति उपजी सहानुभूति को देखते हुए अभी से लगने लगा है कि सावित्री मंडावी की उम्मीदवारी कांग्रेस के लिए फायदेमंद होगी।

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