दुर्ग। छत्तीसगढ़ के गृहमंत्री ताम्रध्वज साहू आज ग्राम रिसामा में ऑल इंडिया प्रोफेशनल कांग्रेस द्वारा आयोजित बाल दिवस कार्य्रकम में शामिल हुए। इस दौरान गृहमंत्री स्कूल के बच्चों से रूबरू हुए। उन्होंने बच्चों से उनका नाम और कक्षा पूछते हुए पढ़ाई को लेकर बातचीत की। स्कूली बच्चों से आत्मीयतापूर्ण बातचीत करते गृहमंत्री को देख छात्र सेजल कुमार साहू ने भी उत्सकुता दिखाई और उनसे बचपन में वो क्या बनना चाहते थे का सवाल पूछ लिया। गृहमंत्री श्री साहू ने भी बड़ी सहजता से छात्र की उत्सुकता का जवाब दिया। उन्होंने शेयर करते हुए बताया कि उन्हें बचपन में डॉक्टर बनने की बड़ी इच्छा थी और इसलिए उन्होंने बायोलॉजी विषय का चयन किया था। आगे उन्हें एमबीबीएस करने की इच्छा थी। हायर सेकंडरी पास करने के उपरांत उन्होंने दुर्ग साइंस कॉलेज से प्रीप्रोफेशनल मेडिकल भी किया पर किन्ही कारणों से आगे की पढ़ाई पूरी नहीं हो पाई और वे डॉक्टर नहीं बन पाए।
इसी तरह एक अन्य छात्रा ने पूछा कि ‘मुझे टीचर बनने की इच्छा है, मैं एक अच्छी शिक्षिका कैसी बन सकती हूँ?’, इस पर गृहमंत्री ने जवाब दिया कि ‘ शिक्षक बनना बेहद अच्छी बात है। शिक्षक हमारे देश के प्रेरणा स्रोत है क्योंकि शिक्षक दीपों कि तरह ख़ुद जलता है और औरों को प्रकाशित करता है। एक शिक्षक कई इंजीनयर, डॉक्टर, वकील, सीए इत्यादि का निर्माण करता है। इसलिए आप मन लगाकर अच्छा पढ़ते रहें,अपने शिक्षक की सीख पर ध्यान दे, माता-पिता के बातों पर अमल करें और खूब मेहनत करे।’ अपने सवाल का सहजता से जवाब मिलने पर छात्रा उत्साहित और प्रफुल्लित भी नजर आयी।
स्कूल के अन्य बच्चों ने भी कई रोचक सवाल गृहमंत्री से पूछे, जिनका जवाब भी उन्हें मिला। स्कूली बच्चों से बातचीत के बाद उनकी उत्सुकता को भांपते हुए गृहमंत्री साहू ने बच्चों के साथ तस्वीरें भी खिंचाई।