0 शिक्षा की गुणवत्ता पर विशेष ध्यान दें – मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल
0 अधिकारियों को मुख्यालय में अनिवार्य रूप से रहने के निर्देश दिए
0 मुख्यमंत्री श्री बघेल ने कहा- अधिकारी अपनी जिम्मेदारी के प्रति सजग होकर कार्य करें
0 कामों को लेकर पहुंचे कोई भी नागरिक कार्यालय से निराश न लौटें
0 मुख्यमंत्री ने जांजगीर में ली अधिकारियों की बैठक, दिए महत्वपूर्ण निर्देश
रायपुर। मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल ने जांजगीर-चांपा विधानसभा में भेंट-मुलाकात के दूसरे दिन आज सर्किट हाउस जांजगीर में अधिकारियों की समीक्षा बैठक ली। उन्होंने बैठक में कहा कि शिक्षा गुणवत्ता में विशेष ध्यान देने की आवश्यकता है, कल ही शिकायत पर एक प्राचार्य पर अनुशासनात्मक कार्यवाही की गई है,ऐसी स्थिति नही होनी चाहिए। स्कूलों में पढ़ाई अच्छे से होने चाहिए। शिक्षक समय से स्कूल पहुंचे और पूरे समय तक स्कूल में रहें। इसकी नियमित मॉनिटरिंग करें। अधिकारी इसका औचक निरीक्षण करें। जो शिक्षक बिना सूचना के अनुपस्थित है उस पर अनुशासनात्मक कार्यवाही करें। शैक्षणिक गुणवत्ता सुनिश्चित करना प्राथमिकता होनी चाहिए। इसके लिए स्कूल्स को क्लस्टर में बांटकर विभिन्न गतिविधियां करवाई जाए। स्वामी आत्मानंद स्कूल का मुख्य उद्देश्य अंग्रेजी में गुणवत्तापूर्ण शिक्षा प्रदान कराना है। उन्होंने शिक्षक की नियुक्ति पूरी करने के निर्देश दिए। नए खुले स्वामी आत्मानंद स्कूल में अगले शिक्षा सत्र से पूर्व इन्फ्रास्ट्रक्चर का सारा काम पूरा करें। सभी व्यवस्थाएं पूर्ण होनी चाहिए। माहौल मिल सके। राजीव युवा मितान क्लब में शामिल युवाओं को शासन की योजनाओं के क्रियान्वयन से जोड़ा जाए। धान खरीदी की समीक्षा करते हुए कहा गया कि सारे मिलर्स के पंजीयन सुनिश्चित कराना है। धान का उठाव भी तेजी से करवाने के निर्देश। राशन कार्ड निर्माण के लिए कैंप लगाया जाए। पात्र हितग्राहियों को राशन कार्ड बनाना है। पेंशन योजनाओं से भी पात्र लोगों को लाभान्वित किया जाए। धनवंतरी जेनेरिक मेडिकल स्टोर्स में दवाओं की बिक्री बढ़ाए जाने के प्रयास किए करने के निर्देश दिए गए। जिससे लोगों को सस्ती दवा का लाभ मिले। डॉ खूबचंद बघेल स्वास्थ्य सहायता योजना और मुख्यमंत्री विशेष स्वास्थ्य सहायता योजना का व्यापक प्रचार प्रसार करना है जिससे लोगों को इसके बारे में पूरी जानकारी हो और वे इसका लाभ ले सकें। मुख्यमंत्री द्वारा अधिकारियों से कहा गया कि सुपोषण अभियान के क्रियावनयन पर कहा गया कि गंभीर कुपोषित बच्चों के लिए विशेष टारगेटेड अप्रोच के साथ काम करना होगा। उनके लिए प्रति सप्ताह का डाइट प्लान तैयार कर उसके पोषण आहार दें। उनकी नियमित मॉनिटरिंग करनी है। जिससे वे जल्द कुपोषण के कुचक्र से बाहर निकल सके। महिलाओं विशेष कर जो गर्भवती हैं उनकी नियमित एनीमिया की जांच की जाए। एनिमिक मिलने पर उनका समुचित उपचार भी सुनिश्चित किया जाए।
बैठक में मुख्यमंत्री के विशेष सचिव श्री एस भारतीदासन, संभागायुक्त बिलासपुर डॉ संजय अलंग, आईजी बिलासपुर श्री रतन लाल डांगी, कलेक्टर श्री तारण प्रकाश सिन्हा, पुलिस अधीक्षक श्री विजय अग्रवाल सहित विभागों के जिलाधिकारी बैठक में उपस्थित रहे।