रायपुर। अंतरराष्ट्रीय आदिवासी नृत्य महोत्सव में छत्तीसगढ़ के लोक कलाकारों ने अपने कौशल से डंका बजा दिया। गेंड़ी नृत्य का प्रदर्शन अनिल कुमार गढ़ेवाल टीम द्वारा द्वारा किया गया।
छत्तीसगढ़ के प्रथम पर्व हरेली के अवसर पर यह नृत्य किया जाता है। यह नृत्य रामायण काल से भी अधिक पुराना है। लोक श्रृंगार भारती के कलाकारों ने आज भी इसे संजोकर रखा है। हारमोनियम एवं मांदर की थाप पर गेंड़ी नृत्य का अद्भुत प्रदर्शन किया गया। लोक श्रृंगार भारती की गेड़ी नृत्य यह एक ऐसा नृत्य है जिसने छत्तीसगढ़ से बाहर 13 राज्यों में अपनी पहचान हासिल की है। मध्यप्रदेश में आयोजित इस गेड़ी नृत्य के विषय में फिल्मी दुनिया की नामचीन हस्ती किरण खेर ने कहा था कि जमीन से ढाई फीट बांस का सहारा लेकर नृत्य करना अद्भुत है।