0 देवगुड़ी निर्माण में घटिया सामग्री के उपयोग का आरोप
0 स्तरहीन निर्माण को लेकर ग्रामीणों में फैला आक्रोश
बकावंड (अर्जुन झा)। जंगल महकमे वालों ने भगवान से भी खेला कर दिया! भगवान के दर पर ही कथित भ्रष्टाचार को अंजाम देकर सारी मर्यादाएं लांघ डाली गईं. आरोप है कि देवगुड़ी के संरक्षण के नाम पर खानापूर्ति करते हुए स्वीकृत रकम डकार ली गई. ग्रामीणों में इसे लेकर आक्रोश व्याप्त है. ग्रामीणों ने कार्रवाई की मांग की है.
बताया गया है कि बकावंड विकास खंड की ग्राम पंचायत कोसमी के एकट गुड़ा पारा की देवगुड़ी के संधारण और रखरखाव के लिए विधायक लखेश्वर बघेल की पहल व अनुशंसा पर केंद्रीय केंपर मद से तीन लाख रु. की स्वीकृत दी गई है। लेकिन वन विभाग द्वारा खानापूर्ति कर आनन-फानन में चारदीवारी निर्माण कार्य किया गया एवं निर्माण में घटिया सामग्री का उपयोग कर आधी अधूरी दीवार बनाकर राशि में गोलमाल किया गया. इस प्रकार भगवान को भी नहीं बख्शा गया. ग्रामीणों को शिकायत है कि हर निर्माण कार्य में घटिया स्तर की सामग्री का उपयोग कर शासन की राशि की बंदरबांट हो रही है. पूर्व में भी भ्रष्टाचार के कई गंभीर आरोप लग चुके हैं. विधायक द्वारा निरीक्षण कर निर्माण पर नाराजगी भी जताई जा चुकी है. इस संबंध में संबंधित अधिकारी से जानकारी चाही गई, तो उन्होंने कोई जवाब नहीं दिया. वहीं बड़े अधिकारी से चर्चा करने पर उन्होंने भी इस विषय से पल्ला झाड़ लिया. इस तरह जिम्मेदार अधिकारी कोई संतोषजनक जवाब नहीं देते हैं.
पेड़ों की अवैध कटाई
शिकायत है कि जंगलों में पेड़ों की अवैध कटाई भी धड़ल्ले से चल रही है. इसमें भी मिलीभगत के आरोप लग रहे हैं. विकासखंड की ग्राम पंचायत उलनार जुनवानी के जंगलों में सागौन तथा अन्य प्रजाति के पेड़ों की जमकर कटाई होने की शिकायत मिल रही है. लकड़ी तस्कर बेखौफ होकर पेड़ों पर आरियां चला रहे हैं और काटे गए पेड़ों के गोलों को चिरान के बाद नगरनार के रास्ते से होकर अलावल में खपाया जाता है. सूत्र बताते हैं कि इस सारे खेल में फर्जी बिल, परिवहन पत्र तथा अन्य फर्जी दस्तावेजों का सहारा लिया जाता है. सक्रिय लकड़ी माफिया कतिपय अधिकारियों के संरक्षण में जंगलों का सफाया करने पर तुले हुए हैं।