0 महिलाओं को निःशुल्क कानूनी सहायता भी दी जाएगी’ जिले में सप्ताहभर घुमेगी रथ
गरियाबंद। छत्तीसगढ़ राज्य महिला आयोग की अध्यक्ष डॉ किरणमयी नायक ने आज जिला कार्यालय परिसर से मुख्यमंत्री महतारी न्याय रथ को हरी झंडी दिखाकर रवाना किया और अपनी शुभकामनाएं दी। ‘‘बात हे अभिमान के महिला मन के सम्मान के’’ सूत्र वाक्य के साथ यह यात्रा रवाना की गई। छत्तीसगढ़ राज्य महिला आयोग की पहल पर प्रदेश की महिलाओं को उनके संवैधानिक अधिकारों और कानूनों की जानकारी देकर जागरूक करने और उनमें आत्मविश्वास बढ़ाने के उद्देश्य से यह न्याय रथ यात्रा शुरू की गई है। इस अवसर पर राज्य महिला आयोग की सदस्य डॉ अनीता रावटे, जिला पंचायत अध्यक्ष श्रीमती स्मृति ठाकुर, जिला पंचायत उपाध्यक्ष श्री संजय नेताम, सदस्य श्रीमती मधुबाला रात्रे, श्रीमती धनमति यादव, श्रीमती लोकेश्वरी नेताम सहित आयोग की शासकीय अधिवक्ता सुश्री शमीम रहमान, अधिवक्ता डॉ अखिलेश भारद्वाज, उप पुलिस अधीक्षक सुश्री निशा सिन्हा, जिला प्रशासन के अधिकारी व महिला एवं बाल विकास विभाग के अधिकारी कर्मचारी मौजूद थे। इस दौरान जिला कार्यालय के सभाकक्ष में मुख्यमंत्री महतारी न्याय रथ से संबंधी लघु फिल्मों का प्रदर्शन किया गया।
मुख्यमंत्री महतारी न्याय रथ यात्रा राज्य महिला आयोग के माध्यम से संचालित की जाएगी। यह रथ सभी जिलों के गांव-गांव तक भ्रमण कर लोगों को शॉर्ट फिल्मों, संदेशों और ब्रोशर के माध्यम से महिलाओं के कानूनी प्रावधानों और उनके संवैधानिक अधिकारों के बारे में अवगत कराएगा। इस अभियान के तहत महिलाओं को निःशुल्क कानूनी सहायता भी दी जाएगी। प्रत्येक महतारी न्याय रथ में 2 अधिवक्ता भी होंगे, जो महिलाओं की समस्याओं को सुनकर उन्हें जानकारी और सलाह देंगे। न्याय रथ के माध्यम से महिलाएं आवेदन भी दे सकेंगी। प्राप्त आवेदनों का महिला आयोग द्वारा निराकरण किया जाएगा। रथ में बड़ी एलईडी स्क्रीन में छत्तीसगढ़ी और हिंदी भाषा की विभिन्न कानूनों से संबंधित राष्ट्रीय स्तर पर पुरस्कृत लघु फिल्में दिखाई जाएंगी। महतारी न्याय रथ का संचालन डीएमएफ राशि से किया जाएगा। इसके लिए प्रदेश सरकार ने डीएमएफ पॉलिसी में विशेष बदलाव किए हैं।
राज्य महिला आयोग की अध्यक्ष डॉ. किरणमयी नायक ने बताया कि शिक्षित, अशिक्षित, गृहणी, नौकरी कर रही सभी महिलाओं को महिला आयोग के कार्याेें और महिलाओं के लिए बनाए गए कानूनों, नियमों और उनके अधिकारों को जानना बहुत जरूरी है। इसके लिए हरेली तिहार से मुख्यमंत्री महतारी न्याय रथ की शुरूआत हुई है। महतारी न्याय रथ के माध्यम से बताया जाएगा कि महिलाएं अपनी समस्याओं के समाधान और निःशुल्क तथा त्वरित न्याय पाने के लिए महिला आयोग में किस तरह आवेदन कर सकती हैं। इससे पहले भी महिला आयोग ने वाट्सएप नंबर 9098382225 जारी किया है, जिसके माध्यम से महिलाएं आयोग में अपनी शिकायत दर्ज करा रही हैं।
श्रीमती नायक ने कहा है कि छत्तीसगढ़ की माताओं और बहनों को सामाजिक, आर्थिक और राजनीतिक रूप से सशक्त बनाने के लिए बीते साढ़े तीन वर्षों में राज्य सरकार ने विभिन्न स्तरों पर अनेक योजनाएं संचालित की हैं। हमारी इन योजनाओं की सफलता पूरे देश में उदाहरण बनी है। अब एक कदम और बढ़ते हुए एक नयी योजना की शुरुआत की जा रही हैं। यह योजना देश में अपनी तरह की पहली योजना होगी। इससे महिलाएं जागरूक होंगी और उनमें आत्मविश्वास बढ़ेगा। महिलाओं को कानूनी अधिकारों की जानकारी से राज्य में महिलाओं के साथ होने वाली अपराधों में कमी आएगी। जिले में यह रथ सप्ताहभर सभी विकासखण्डों में घुम-घुमकर जागरूकता फैलायेगी।