जगदलपुर तक फैला हुआ है ऑनलाइन सट्टे का जाल…

0 महादेव बुक और अन्ना रेड्डी एप्प के जरिए चल रहा सट्टा

0 बोधघाट से एक आरोपी चढ़ा दुर्ग पुलिस के हत्थे, बस्तर पुलिस बेखबर

(अर्जुन झा)

जगदलपुर। छत्तीसगढ़ में चल रहे ऑनलाइन सट्टा के खेल का मकड़जाल जगदलपुर तक फैला हुआ है. यहां भी महादेव बुक और अन्ना रेड्डी नाम वाले ऑनलाइन सट्टा एप्प के जरिए यह गोरखधंधा धड़ल्ले से चलता रहा है। हैरत की बात यह है कि बस्तर पुलिस अब तक इससे बेखबर है. इसका खुलासा तब हुआ, जब दुर्ग पुलिस की टीम बोधघाट थाना क्षेत्र में छापा मार कर एक आरोपी को दबोच ले गई.

मिली जानकारी के अनुसार ऑनलाइन सट्टे के खेल में लिप्त लोग पैसों का लेनदेन भी ऑनलाइन ही करते हैं. पुलिस से बचने के लिए सटोरियों ने यह तरकीब अपनाई है. अवैध कार्य और काले कारोबार करने वाले लोग चाहे कितने भी हथकंडे अपना लें, अगर अपराधों को रोकने के लिए पुलिस के पास इच्छाशक्ति हो तो, उसके हाथ ऐसे चालाक और छलिया किस्म के अपराधियों तक जरूर पहुंच जाते हैं. दुर्ग पुलिस ने भी ऐसी ही दृढ इच्छा शक्ति के दम पर ऑनलाइन सट्टे के कारोबार का भंडाफोड़ किया है. दुर्ग पुलिस ने एप्प महादेव बुक और अन्ना रेड्डी की मदद से ऑनलाइन सट्टा का खेल संचालित करने वाले बड़े गिरोह का पर्दाफाश किया है. वहां अब तक करीब दर्जन भर आरोपी पकड़े जा चुके हैं तथा पुलिस ने इन सटोरियों के ऑनलाइन मनी ट्रांजेक्शन का खुलासा भी किया है. दुर्ग पुलिस ने आरोपियों के ऐसे कई बैंक अकाउंट का पता लगाया है, जिनसे विभिन्न बैंक खातों में सिलसिलेवार ढंग से 21 करोड़ रुपये भेजे गए हैं. पुलिस ने आरोपियों के अकाउंट के एक करोड़ रुपये फ्रीज़ भी किए हैं. जिनके अकाउंट में रकम डाली गई है, उन ख़ाताधारकों पर भी कार्रवाई की तैयारी में दुर्ग पुलिस है. ज्ञात हो कि कुछ दिनों पहले ही मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने प्रदेश में चल रहे ऑनलाइन सट्टा जुआ पर सख़्ती से रोक लगाने के निर्देश जारी किए थे.

बस्तर पुलिस की आंख से काजल चुरा ले गई दुर्ग पुलिस

ऑनलाइन सट्टा एप्प महादेव बुक और अन्ना रेड्डी से जुड़े दुर्ग के बड़े सटोरियों के तार जगदलपुर से भी जुड़े हुए हैं. इसका खुलासा तब हुआ, जब दुर्ग पुलिस की एक टीम बोधघाट थाना क्षेत्र से एक आरोपी को पकड़ कर ले गई. वहीं जगदलपुर पुलिस अब तक सोती रही. दुर्ग पुलिस द्वारा बोधघाट क्षेत्र से आरोपी को पकड़े जाने के बाद बस्तर पुलिस की जमकर किरकिरी हो गई.

चर्चा है कि अब यह मामला मुख्यमंत्री और डीजीपी की एसपी कांफ्रेंस में जोरशोर से उठ सकता है। दुर्ग पुलिस के निरीक्षक स्तर के एक अधिकारी के अनुसार दुर्ग के पुलिस अधीक्षक अभिषेक पल्लव के निर्देश पर बस्तर जिले के बोधघाट थाना क्षेत्र में जब छापेमारी की गई, तो बस्तर पुलिस का रवैया सहयोगात्मक नहीं था. छापेमारी के दौरान बोधघाट क्षेत्र के अधिकारियों ने कहा कि जिले के एक बड़े अधिकारी किसी भी प्रकार की कार्यवाही नहीं चाहते हैं, इसलिए आप लोग वापस लौट जाएं. किंतु रैकेट के तार दुर्ग से जुड़े होने और बड़े नेताओं से जुड़ा मामला होने की वजह से मजबूरी में एक सटोरिए को पकड़कर दुर्ग ले गए। दूसरी तरफ हाई प्रोफाइल ऑनलाइन सट्टेबाजी के मकड़जाल में पूरा जगदलपुर उलझा हुआ है और यहां की साइबर सेल, खुफिया तंत्र को जानकारी न होना कई संदेहों को जन्म दे रहा है. बस्तर पुलिस के कथित रूप से बेखबर रहने के कारण भोले भाले लोग ठगी के शिकार हो रहे हैं।

कामयाबी का जश्न दुबई में !

ऑनलाइन सट्टा चलाने वाले लोगों का गिरोह ढांचागत और आर्थिक रूप से कितना ताकतवर है, इसका अंदाजा इसी से लगाया जा सकता है कि वे विदेशों में पार्टी मनाते हैं. दुर्ग पुलिस के सूत्रों के मुताबिक ऑनलाइन सट्टा एप्प महादेव बुक की कामयाबी का जश्न मनाने के लिए दुबई में शानदार पार्टी का आयोजन किया गया था. महादेव बुक की इस सक्सेस पार्टी में भिलाई दुर्ग समेत छत्तीसगढ़ के अन्य शहरों में काम कर रहे इस गिरोह के लोग शामिल हुए थे. चर्चा है कि दुबई वाली पार्टी में जगदलपुर समेत बस्तर के कुछ अन्य शहरों के भी सटोरियों ने भाग लिया था. उम्मीद है बस्तर पुलिस भी दुर्ग पुलिस की तरह ही सटोरियों के नेटवर्क को जल्द ध्वस्त करेगी।

 

सांकेतिक फ़ोटो,,,

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