0 जुबानी जंग के दौर में एक दूसरे को खुली चुनौती दे रहे नेता
(अर्जुन झा)
जगदलपुर। बस्तर की फिजा इन दिनों महुए की भीनी- भीनी महक के बीच अनोखी राजनैतिक धमाचौकड़ी से भी लबरेज नजर आ रही है। दरअसल यहां की सियासत में चंगू – मंगू ने खलबली मचा रखी है। हर आम और खास की जबान पर चंगू मंगू की ही चर्चा है। वहीं आरोप प्रत्यारोपों के दौर में कांग्रेस और भाजपा के नेता एक – दूसरे को नीचा दिखाने तथा चुनौती देने में भी कोई कसर बाकी नहीं रख रहे हैं। बस्तर की अवाम इस सियासी खेल का लुत्फ़ उठाने में मशगूल दिख रही है।
दरअसल, छत्तीसगढ़ के आबकारी एवं उद्योग मंत्री कवासी लखमा द्वारा भाजपा नेताओं पर की गई टिप्पणी ने बस्तर की राजनीति में खासी हलचल मचा रखी है। नव नियुक्त प्रदेश भाजपा अध्यक्ष अरुण साव और छत्तीसगढ़ विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष नारायण चंदेल हाल ही में दो दिनों के बस्तर प्रवास पर आए थे। उनके इस दौरे का मकसद 2023 में होने वाले विधानसभा चुनावों के लिए यहां के पार्टी कार्यकर्ताओं में नई ऊर्जा का संचार करना था।