0 आयोग द्वारा पीड़ित दैहिक शोषित आवेदिका की न्यायलयीन सहयोग के लिए जिला संरक्षण अधिकारी को दिए गए निर्देश
नारायणपुर। जिला कार्यालय के सभा कक्ष में आज छत्तीसगढ़ राज्य महिला आयोग अध्यक्षा डॉ. किरणमयी नायक एवं सदस्यगण श्रीमती नीता विश्वकर्मा, श्रीमती अर्चना उपाध्याय द्वारा नारायणपुर जिले से प्राप्त महिलाओं से संबंधित प्रकरणों की सुनवाई की गई एवं सुनवाई पश्चात दो प्रकरण को नस्तीबद्ध किये गए। इन प्रकरणों मे मारपीट एवं दैहिक शोषण जैसे प्रकरण थे। शोषण के संबंधित प्रकरण में आवेदिका द्वारा अनावेदक पर शादी का प्रलोभन देकर शोषण करने तथा एक अन्य मारपीट प्रकरण मे महिलाओं द्वारा पुलिस कैम्प के जवानों पर आरोप लगाये गये थे। प्रथम प्रकरण में दैहिक शोषण करने वाले अनावेदक ने आवेदिका को परिवार और समाज मे बदनामी करने के मामले में आयोग द्वारा विस्तार से सुना गया यह प्रकरण न्यायालय में विचाराधीन होने की स्थिति में महिला बाल विकास विभाग के जिला संरक्षण अधिकारी को आवेदिका का सहयोग कर स्थानीय अधिवक्ता से सम्पर्क कराकर न्यायालय में आवेदिका का मजबूत पक्ष रखने के निर्देश दिए गए।
मारपीट के एक प्रकरण में पुलिस प्रशासन जो कैम्प के जवान है वह ग्रामीणों के साथ अनावश्यक रूप से मारपीट करने और उन्हें थाने में बार बार बुलाकर परेशान न करने के निर्देश के साथ ग्रामीण जनता के प्रति संवेदनशील तथा सौम्य संवाद स्थापित करने की समझाइश दिए गए। यह प्रकरण न्यायालय में लंबित होने के कारण नस्तीबद्ध किया गया।
प्रकरणों की सुनवाई उपरांत आयोग की अध्यक्षा द्वारा मुख्यमंत्री महतारी न्याय रथ, मानव तस्करी रोकथाम कार्य स्थल में लैंगिक उत्पीड़न निवारण प्रतिशेध अधिनियम के अलावा महिला आयोग के कार्य क्षेत्र एवं सुनवाईयों पर विस्तार पूर्वक प्रकाश डाला गया। साथ ही इस संबंध में लघु फिल्में भी उपस्थितों को दिखलाई गई। इस अवसर पर जिला पंचायत अध्यक्ष श्रीमती श्यामबती नेताम, नगर पालिका अध्यक्ष श्रीमती सुनीता मांझी, मुख्य कार्यपालन अधिकारी जिला पंचायत श्री देवेश कुमार ध्रुव, डीएसपी सुश्री उन्नति ठाकुर, कार्यक्रम अधिकारी महिला एवं बाल विकास विभाग श्री रविकांत ध्रुर्वे, बाल संरक्षण अधिकारी श्री अजीत सिंह के अलावा जिले के प्रिंट एवं इलेक्टानिक मीडिया के प्रतिनिधीगण एवं संबंधित विभागों के अन्य अधिकारी-कर्मचारी उपस्थित थे।