रायपुर। कन्फेडरेशन ऑफ ऑल इंडिया ट्रेडर्स (कैट) के वरिष्ठ राष्ट्रीय उपाध्यक्ष अमर पारवानी, चेयरमेन मगेलाल मालू, अमर गिदवानी, प्रदेश अध्यक्ष जितेन्द्र दोशी, कार्यकारी अध्यक्ष विक्रम सिंहदेव, परमानन्द जैन, वाशु माखीजा, महामंत्री सुरिन्द्रर सिंह, कार्यकारी महामंत्री भरत जैन, कोषाध्यक्ष अजय अग्रवाल एवं मीड़िया प्रभारी संजय चौंबे ने बताया कि आज नई दिल्ली में आयोजित नवगठित बोर्ड ऑफ़ ट्रेड की बैठक में सरकार द्वारा निर्यात के लिए ट्रेड प्रमोशन बॉडी गठित करने के प्रस्ताव को कन्फ़ेडरेशन ऑफ़ ऑल इंडिया ट्रेडस़र् (कैट) ने बड़ा कदम बताते हुए कहा की इससे सरकार के दुनिया भर में ब्रांड इंडिया को मजबूत करने के लक्ष्य में काफ़ी वृद्धि होगी । कैट जो बोर्ड ऑफ़ ट्रेड के सदस्य भी है, कैट ने कहा की मेक इन इंडिया उत्पादों के निर्यात को बढ़ावा देने के लिए कैट देश भर में फैले 40 हज़ार से ज़्यादा व्यापारी संगठनों के ज़रिये इस लक्ष्य को देश के कोने कोने में ले जाएगा। कैट ने उम्मीद जताई कि बोर्ड ऑफ़ ट्रेड हितधारकों और सरकार के बीच एक प्रभावी सेतु बनेगा और देश का व्यापार तेज़ी से बढ़ेगा।
कैट के वरिष्ठ राष्ट्रीय उपाध्यक्ष श्री अमर पारवानी और प्रदेश अध्यक्ष श्री जितेन्द्र दोशी ने बताया कि बैठक में भाग लेते हुए, कैट ने कहा कि निर्यात प्रोत्साहन के लिए एक ट्रेड प्रमोशन बॉडी की स्थापना का वाणिज्य मंत्रालय का प्रस्ताव वैश्विक बाजारों में भारतीय वस्तुओं के अधिक निर्यात को प्रोत्साहित करने में एक प्रमुख मील का पत्थर साबित होगा। विशेष क्षेत्र, निर्यातोन्मुख इकाइयां, बाजार बनाने, व्यापार वार्ता को मजबूत करने, एफटीए का उचित और इष्टतम उपयोग, डेटा विश्लेषण प्रदान करने और उभरते अवसरों और जोखिमों की पहचान करने के लिए बॉडी बनाने का प्रस्ताव निश्चित रूप से भारतीय व्यापार और छोटे उद्योगों को एक प्रमुख भूमिका निभाने के लिए सशक्त करेगा। कैट ने आगे कहा कि छोटे कारीगरों, शिल्पकारों, कलाकारों आदि को व्यापार संवर्धन निकाय के साथ जोड़ने के लिए बहुत प्रयासों की आवश्यकता है, कैट देश भर में इस प्रकार के लोगों को अपने उत्पाद निर्यात करने के लिए जाग्रत करेगा ।
श्री पारवानी एवं श्री दोशी ने आगे बताया कि बैठक में कैट ने बैंकों द्वारा अमेरिकी डॉलर की दरों से अधिक शुल्क वसूलने और निर्यातकों के खाते में 3 दिनों में क्रेडिट को दर्शाने की ओर ध्यान आकर्षित किया। जेम एंड ज्वैलरी निर्यात के लिए काफी संभावित क्षेत्र हो सकता है और इसलिए इस पर अधिक ध्यान देने की जरूरत है। कैट ने टायरों के आयात पर लगाए गए प्रतिबंधों पर पुनर्विचार करने का भी आह्वान किया।