रायपुर। छत्तीसगढ़ विधानसभा में नारायण चंदेल नेता प्रतिपक्ष होंगे। उन्हें भाजपा विधायक दल का नया नेता चुना गया है। प्रदेश भाजपा अध्यक्ष विष्णु देव साय के स्थान पर बिलासपुर सांसद अरुण साव की ताजपोशी के साथ ही यह तय समझा जा रहा था कि नेता प्रतिपक्ष धरमलाल कौशिक की विदाई होगी। पिछले कुछ दिनों के मंथन के बाद आज नारायण चंदेल को भाजपा विधायक दल का नेता घोषित कर दिया गया।
आप को बात दे कि जांजगीर-चांपा से तीसरी बार विधायक नारायण चंदेल का जन्म 19 अप्रैल 1965 को जांजगीर जिला के नैला में हुआ। श्री चंदेल का व्यवसाय कृषि है। 1998 में अविभाजित मध्यप्रदेश में वे पहली बार विधायक निर्वाचित हुए थे। श्री चंदेल 1994 से 1998 तक मध्यप्रदेश में युवा मोर्चा के प्रदेश मंत्री व प्रदेश उपाध्यक्ष भी रहे हैं। सन् 2000 में जिला महामंत्री, 2001 से 2002 तक विधानसभा के कई समितियों के सदस्य, किसान मोर्चा के प्रदेश अध्यक्ष, प्रदेश महामंत्री, 2002 से 2004 तक विधानसभा समिति के सदस्य रहे। 2007 से 2008 तक छत्तीसगढ़ राज्य पिछड़ा वर्ग आयोग के अध्यक्ष, 2009 से 2010 तक सभापति सरकारी उपक्रम समिति सहित कई समितियों के सदस्य रहे। उसके उपरांत 2010 से 2011 तक छत्तीसगढ़ विधानसभा के उपाध्यक्ष भी रहे। सन् 2011 से 2014 तक विशेष आमंत्रित सदस्य। 2019 से अब तक विधानसभा के कई समितियों के सदस्य हैं।
युवा मोर्चा के कार्यकर्ता के रूप में अपने राजनीतिक यात्रा की शुरूआत करने वाले श्री चंदेल ने 2018 के विधानसभा चुनाव में कांग्रेस के मोतीलाल देवांगन को पराजित किया था। वर्तमान में भारतीय जनता पार्टी के प्रदेश महामंत्री श्री चंदेल अब विधानसभा में 6वें नेता प्रतिपक्ष होंगे।
भाजपा प्रदेश प्रभारी डी. पुरंदेश्वरी ने भाजपा विधायकों से रायशुमारी की। इसके बाद विधायक दल की राय के आधार पर जांजगीर चाम्पा विधायक नारायण चंदेल को भाजपा विधायक दल का नया नेता घोषित कर दिया गया। भाजपा के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष डॉ. रमन सिंह की मौजूदगी में विधायक दल के सदस्यों ने नवनियुक्त नेता प्रतिपक्ष नारायण चंदेल का स्वागत किया। भाजपा विधायक दल के निवर्तमान नेता धरमलाल कौशिक, वरिष्ठ विधायक बृजमोहन अग्रवाल, अजय चंद्राकर, पुन्नूलाल मोहले सहित अन्य भाजपा विधायकों तथा नेताओं ने नारायण चंदेल को बधाई एवं शुभकामनाएं दीं।