0 कानून व्यवस्था की स्थिति पर विपक्ष का स्थगन प्रस्ताव अग्राह्य
रायपुर। छत्तीसगढ़ विधानसभा के मानसून सत्र में आज विपक्ष ने प्रदेश में कानून व्यवस्था की स्थिति पर सरकार को जमकर घेरा। सदन में रायपुर में नाबालिग लड़की द्वारा चाकू मारकर हत्या की घटना सहित विभिन्न आपराधिक घटनाओं का हवाला देते हुए कहा कि कानून व्यवस्था की स्थिति बिगड़ी नहीं है, बल्कि कानून व्यवस्था की स्थिति ही नहीं है। विपक्ष ने कानून व्यवस्था पर स्थगन प्रस्ताव रखा। जिस पर चर्चा के दौरान विपक्ष ने तीखे तेवर दिखाए। इसके बाद आसंदी ने स्थगन प्रस्ताव अग्राह्य कर दिया।
भाजपा सदस्य शिवरतन शर्मा ने शून्यकाल में कानून व्यवस्था की स्थिति का उल्लेख करते हुए कहा कि राजधानी रायपुर में एक नाबालिग लड़की ने मूक बधिर की हत्या की है। छत्तीसगढ़ हत्या के मामले में देश में चौथे स्थान पर है। देश के औसत से 1.28 प्रतिशत ज्यादा है। भाजपा सदस्य बृजमोहन अग्रवाल ने कहा कि रायपुर का नाम अखबार में चाक़ूपुर लिखा जाने लगा है। दिल्ली में निर्भया कांड पर देश उबल गया। छत्तीसगढ़ में ऐसा कोई दिन नहीं है जब हत्या लूट बलात्कार नहीं हो रहा हो। उन्होंने कहा कि बलात्कार हत्या के मामलों की खबरों से अखबार भरे पड़े हैं। लगाम कसिए। आदिवासी क्षेत्रों तक में अपराध हो रहे हैं। इस पर चर्चा कराएं। नेता प्रतिपक्ष धरमलाल कौशिक ने कहा कि क्या यही नवा छत्तीसगढ़ गढ़ रहे हैं। सरकार के संरक्षण में डीजल चोरी हो रही है। कोयला डीजल चोरी करने वाले कौन लोग हैं। अपराधी यूपी छोड़कर छत्तीसगढ़ का रहे हैं। यह शरणस्थली बन रहा है। आपराधिक घटनाओं पर समीक्षा बैठक होती हैं लेकिन अपराध पर नियंत्रण नहीं हो रहा। विपक्ष की ओर से ननकीराम कंवर, पुन्नूलाल मोहले, रजनीश सिंह, डमरूधर पुजारी, नारायण चंदेल, अजय चंद्राकर, रंजना साहू सहित अन्य सदस्यों ने कानून व्यवस्था की स्थिति पर चिंता व्यक्त की।