रायपुर। छत्तीसगढ़ विधानसभा के मानसून सत्र के दूसरे दिन आज विपक्ष ने राज्य में खाद और बीज की जमाखोरी कालाबाजारी तथा बिजली न मिलने जैसे आरोप लगाते हुए स्थगन प्रस्ताव की ग्राह्यता पर चर्चा के दौरान सरकार पर जमकर निशाने साधे। विधानसभा अध्यक्ष डॉ. चरणदास महंत ने इस विषय पर मिली स्थगन प्रस्तावों की सूचना के बारे में व्यवस्था दी कि सबसे पहले नेता प्रतिपक्ष धरमलाल कौशिक का स्थगन प्रस्ताव प्राप्त हुआ है। अध्यक्ष ने इस प्रस्ताव को ग्राह्य किए जाने पर चर्चा के लिए व्यवस्था दी। स्थगन प्रस्ताव पर चर्चा के दौरान नेता प्रतिपक्ष धरमलाल कौशिक के साथ ही भाजपा सदस्य बृजमोहन अग्रवाल, अजय चंद्राकर सहित अन्य सदस्यों ने चर्चा में भाग लिया। बृजमोहन अग्रवाल ने कहा कि केंद्र सरकार ने पर्याप्त मात्रा में रासायनिक खाद उपलब्ध कराया है। इसके बावजूद सहकारी समितियों में खाद नहीं है। खुले में अधिक दाम पर खाद बिक रहा है। राज्य में किसान बीज की कमी से परेशान हैं। बीज निगम के पास इसके लिए पैसा नहीं है और वह कर्ज मांग रहा है। राज्य में बिजली संकट की स्थिति है। किसान को बिजली नहीं मिल रही। खाद बीज और बिजली संकट से किसान जूझ रहा है। विपक्ष ने खाद बीज के मुद्दे पर कृषि मंत्री पर निशाना साधा। विपक्षी सदस्यों ने कहा कि वर्मी कंपोस्ट खाद के लिए किसानों पर दबाव बनाया जा रहा है। विपक्षी सदस्यों ने कहा कि मानसून सत्र चल रहा है और यह सत्र इसलिए है कि किसान पर बात की जा सके। विपक्ष ने स्थगन प्रस्ताव मान्य करने की मांग की। कृषि मंत्री रवींद्र चौबे ने विपक्षी सदस्यों के आरोपों का प्रतिवाद किया।