रायपुर। प्रदेश कांग्रेस कमेटी के वरिष्ठ प्रवक्ता आर.पी.सिंह ने आज एक बयान जारी करते हुये भारतीय जनता पार्टी पर यह आरोप लगाया है कि भाजपा आंतकवादियों को संरक्षण देने के साथ-साथ अब समाज में नफरत फैलाने वाले आरोपियों के भी संरक्षण दे रही है। एक राष्ट्रीय समाचार चैनल के पत्रकार द्वारा जानबूझकर कांग्रेस के पूर्व राष्ट्रीय अध्यक्ष श्री राहुल गांधी जी को लेकर भ्रामक, असत्य और सर्वथा झूठा समाचार प्रसारित किया गया। जिससे राहुल गांधी जी की छवि देश में खराब की जा सके।
प्रदेश कांग्रेस कमेटी के प्रवक्ता आर.पी सिंह ने कहा कि भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष एवं पूर्व मुख्यमंत्री डॉ. रमन सिंह बताये जी न्यूज खूद अपने तीन कर्मचारियों के खिलाफ गलत एवं भ्रामक खबर चलाने एवं छवि धूमिल करने के षडयंत्र में नोएडा में एफआईआर दर्ज करायी है और पुलिस ने तीनों के खिलाफ कार्यवाही की है। ऐसे में छत्तीसगढ़ में दर्ज एफआईआर पर कार्यवाही करने पुलिस जाती है तो पत्रकारिता पर हमला कैसे? भाजपा का चरित्र अपराधियों को संरक्षण देना है। क्या रमन सिंह अपने उसी जिम्मेदारियों का निर्वहन कर रहे है।
प्रदेश कांग्रेस कमेटी के प्रवक्ता आर.पी सिंह ने तंज कसते हुये कहा कि मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ एवं यूपी के डीजीपी इतने जागरूक है। आरोपी ने ट्वीट किया और पुलिस महकमा एक्टिव हो गया। आरोपी को छुड़ाकर ले गये। काश इतनी सक्रियता यूपी पुलिस यूपी की जनता को सुरक्षा देने में दिखती? गुण्डों, मावलीयो पर कार्यवाही करने में दिखती तो यूपी में गूण्डा राज कब का खत्म हो जाता। उन्नाव की बेटी को न्याय मिल जाता। लखीमपुरीखीरी में किसानों के ऊपर भाजपा नेता की गाड़ी नहीं चढ़ती। जी न्यूज के दो व्यक्ति नरेंद्र सिंह एवं विकास झा आरोपी बनाया जाता है। लेकिन छत्तीसगढ़ पुलिस को आरोपी रोहित रंजन के विषय में कोई जानकारी बार-बार मांगने से भी नहीं दी जाती। छत्तीसगढ़ पुलिस जब सुबह 6 बजे आरोपी के घर पहुंच चुकी थी तब यूपी पुलिस का अनाधिकृत हस्तक्षेप यह साबित करता है कि भाजपा उच्च नेतृत्व के इशारे पर आरोपी को बचाने के लिये यूपी पुलिस द्वारा गैर कानूनी कृत्य किया गया है। ’दिन भर आरोपी की लोकेशन/ स्थिति के बारे मे यूपी पुलिस मौन रहती है। छ ग पुलिस का शिकायत आवेदन भी नहीं लेती है और देर शाम एक प्रेस रिलीज जारी करती है कि सेक्टर 20 थाना में दर्ज जमानती अपराध में उसे गिरफ्तार किया गया है, जबकि दिन में छ ग पुलिस की टीम सेक्टर-20 थाना भी जाकर आरोपी के बारे में पूछती है। यह सुनिश्चित कर कि आरोपी फरार हो जाए, नोएडा पुलिस देर शाम यह जानकारी मिडिया में देती है कि आरोपी को जमानत पर छोड़ दिया गया था।