रायपुर। फादर्स डे पर रविवार की शाम होटल ट्रीटोन वीआइपी चौक में ‘पापा मेरे पापा’ के नाम से अपने तरह से एक अनूठे कार्यक्रम का आयोजन किया गया जिसमें पिता-पुत्र व पिता-पुत्री के साथ बच्चो ने अपने पिता को मंच से दिन विशेष की बधाई देते हुए, कभी अपने पिता के समक्ष ना कह पाने वाली बात मंच में सभी के सामने अपनी भावनाएं व्यक्त की जिसमें बच्चे से लेकर युवा अपने पिता के साथ शामिल हुए।
इस आयोजन में सिंगल पेरेंट्स के बच्चे भी शामिल हुए जो आज स्थापित व सफल है। उन लोगो ने अपने परवरिश में पिता और मां, किसी एक के ना होने पर भी मां-पिता दोनो की भूमिका अदा कर आज काबिल बनाने के लिए पिता या मां के द्वारा किये गये कार्यो का जिक्र किया की किस तरह से उनकी परवरिश में सिंगल पेरेंट्स की दोहरी व अहम भूमिका रही व एक शख्स ने मां और पिता दोनो की जिम्मेदारी निभाई। कुछ लोगो ने जब अपनी जिंदगी में अपने पिता के योगदान का उल्लेख किया तो उसे सुनकर उपस्थित सभी लोगो की आँखे नम हो गई ।
पापा मेरे पापा कार्यक्रम में बच्चो ने अपने पिता को डेडिकेटेड प्रस्तुतियाँ भी दी, कार्यक्रम में गीत संगीत नृत्य के साथ ही रैम्प वॉक भी पिता पुत्र व पिता पुत्री की जोड़िया ने की।पापा मेरे पापा कार्यक्रम में शामिल सभी प्रतिभागियों को पुरुस्कार दिया गया साथ ही अकेले अपने बच्चो की परवरिश करने वाले सिंगल पेरेंट्स को बागबान अवार्ड कार्यक्रम के अतिथियों व आयोजक द्वारा प्रदान किया गया।कार्यक्रम का आयोजन वैदेही मुस्कान संस्था के द्वारा किया गया था। कार्यक्रम में शामिल सभी प्रतिभागियों व अतिथियों ने आयोजन की सराहना करते हुए इसे एक बेहतरीन शुरुआत बताया जिसमें बच्चे अपने पिता के लिए अपने जज्बात बयान करने शामिल हुए व मंच से अपनी भावनाओ को साझा किया ।