जगदलपुर। बस्तर जिला प्रशासन द्वारा आसना स्थित बादल एकेडमी में बस्तर की कला संस्कृति को संरक्षित करने के उद्देश्य से छत्तीसगढ़ सरकार की मंशा के अनुरूप जिला प्रशासन बस्तर द्वारा 20 मई से 6 जून तक गोदना प्रशिक्षण आयोजित किया गया है। जिस पर छत्तीसगढ़ हस्तशिल्प विकास बोर्ड के अध्यक्ष एवं नारायणपुर विधायक चंदन कश्यप ने पत्रकारों से बातचीत में कहा कि छत्तीसगढ़ की कांग्रेस सरकार लगातार छत्तीसगढ़ की कला एवं संस्कृति को बचाने के लिए प्रयासरत है। जिसमें आदिवासियों की मुख्य भूमिका है । कांग्रेस सरकार पूरे प्रदेश में अभी देवगुड़ियों का संरक्षण एवं संवर्धन का काम कर छत्तीसगढ़ की संस्कृति को बचाने की दिशा मे महत्वपूर्ण भूमिका निभा रहीं है। इसी दिशा मे बस्तर जिला प्रशासन द्वारा जिले के आसना स्थित बादल एकेडमी मे गोदना प्रशिक्षण आयोजित किया गया है जिसमें क्षेत्र के युवक – युवतियों को प्रशिक्षण दिया जा रहा है। विधायक चंदन कश्यप ने कहा कि जिला प्रशासन की यह पहल बस्तर की कला एवं संस्कृति को संरक्षित करने के साथ साथ युवाओं को रोजगार उपलब्ध कराने मे कारगर साबित होगा। गोदना आदिवासी संस्कृति का विशेष अंग है और इसका संरक्षण करना हम सब की जिम्मेदारी है। कला और संस्कृति के संरक्षण के लिए इस प्रकार का प्रशिक्षण आयोजित करना शासन – प्रशासन की बहुत अच्छी पहल है। छत्तीसगढ की कांग्रेस सरकार छत्तीसगढ़ की संस्कृति को बढ़ावा देने के लिए हरसंभव प्रयास कर रहीं है। बस्तर के युवा – युवतियों को रोजगार उपलब्ध कराने के लिए यह बहुत अच्छी पहल है।