0 उदयपुर चिंतन शिविर के निर्देशों को लागू करने कार्य योजना बनाई गयी
रायपुर। कांग्रेस का दो दिवसीय नव संकल्प चिंतन शिविर कार्यशाला का दूसरे दिन का सत्र भी संपन्न हुआ। दूसरे दिन के सत्र में उदयपुर चिंतन शिविर के द्वारा लिये गये निर्णयों को प्रदेश में लागू करने के लिये 6 समितियों का गठन किया गया था। समितियों में पहली कमेटी संगठन की पूर्णता एवं परिचर्चा में मंत्री डॉ. प्रेमसाय सिंह, सांसद दीपक बैज, प्रदेश उपाध्यक्ष प्रतिमा चंद्राकर, विधायक विनय जायसवाल, बलौदाबाजार जिला कांग्रेस अध्यक्ष हितेन्द्र ठाकुर ने अपनी रिपोर्ट प्रस्तुत किया। दूसरी कमेटी कांग्रेस द्वारा एआईसीसी के निर्देश पर निकाली जाने वाली जिला स्तरीय पदयात्रा परिचर्चा की थी इसमें मंत्री मंत्री डॉ. शिवकुमार डहरिया, सांसद ज्योत्सना महंत, खनिज निगम के अध्यक्ष गिरीश देवांगन, विधायक लालजीत सिंह राठिया, दुर्ग ग्रामीण अध्यक्ष निर्मल कोसरे ने अपनी रिपोर्ट प्रस्तुत किया। तीसरी कमेटी आजादी के 75वीं वर्षगांठ समापन समारोह पदयात्रा पर परिचर्चा पर मंत्री मोहम्मद अकबर, सांसद फूलोदेवी नेताम, खादी बोर्ड के अध्यक्ष राजेंद्र तिवारी, विधायक विनोद चंद्राकर, प्रदेश महामंत्री चंद्रशेखर शुक्ला ने रिपोर्ट प्रस्तुत किया। चौथी कमेटी आंदोलनों पर विचार-विमर्श पर रिपोर्ट मंत्री अमरजीत भगत, विधायक धनेंद्र साहू, विधायक सत्यनारायण शर्मा, प्रदेश पदाधिकारी यशवर्धन राव, महापौर एजाज ढेबर ने प्रस्तुत किया।
पांचवी कमेटी संकल्प शिविर की घोषणाओं पर परिचर्चा पर वरिष्ठ मंत्री रविन्द्र चौबे, विधायक अरूण वोरा, प्रदेश पदाधिकारी सीमा वर्मा, जिला अध्यक्ष विजय केशरवानी, युवा आयोग के अध्यक्ष जितेन्द्र मुदलियार ने रिपोर्ट प्रस्तुत किया। छटवीं कमेटी जिला स्तरीय नव-संकल्प शिविर के आयोजन पर परिचर्चा पर मंत्री जयसिंह अग्रवाल, विधायक दलेश्वर साहू, निगम मंडल के अध्यक्ष पंकज शर्मा, महापौर सफिरा साहू, जिला पंचायत अध्यक्ष हेमंत ध्रुव ने रिपोर्ट प्रस्तत किया। सातवी कमेटी 2 अक्टूबर से भारत जोड़ो यात्रा (कश्मीर से कन्याकुमारी) पर परिचर्चा पर मंत्री गुरू रूद्र कुमार, प्रदेश पदाधिकारी अर्जुन तिवारी, विधायक लक्ष्मी ध्रुव, जिला अध्यक्ष राकेश गुप्ता, जिला पंचायत अध्यक्ष हरीश कवासी लखमा ने रिपोर्ट प्रस्तुत किया।
कार्यक्रम में मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने भी मार्गदर्शन दिया तथा आह्वान किया कि हमें 2023 के साथ 2024 के चुनाव की तैयारियों में एक साथ जुटना होगा। उन्होंने कहा कि पहले हम यूपीए सरकार की उपलब्धि और राज्यसभा की कमियों को लेकर जाते थे अब हमें राज्य सरकार की उपलब्धि और अपनी सरकार की योजनाओं को लेकर जनता के बीच जाना है। साथ ही मोदी सरकार की नाकामियों को भी जनता को बताना होगा। उन्होंने उदयपुर चिंतन शिविर के निर्णयों और उसके छत्तीसगढ़ में लागू करने के संबंध में विस्तृत व्याख्यान दिया।
प्रदेश प्रभारी पी.एल. पुनिया ने कहा कि उदयपुर चिंतन शिविर के निर्णयों से पार्टी मजबूत होगी तथा संगठन को बूथ स्तर तक मजबूत कर सरकार के कामों को प्रचार कर हमें 2023 में फिर से छत्तीसगढ़ में सरकार की वापसी करना है तथा 2024 में लोकसभा चुनाव में छत्तीसगढ़ की 11 सीटे जीतना हमारा लक्ष्य होना चाहिये।
राष्ट्रीय सचिव सप्त गिरीशंकर उल्का ने कहा कि उदयपुर चिंतन शिविर के निर्णय छत्तीसगढ़ में पहले से ही लागू है तथा उनका और बेहतरी से क्रियान्वयन करने के लिये सावधानी से कार्ययोजना बनानी होगी।
प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष मोहन मरकाम ने दो दिवसीय चिंतन शिविर से निकले निष्कर्षों पर अध्यक्षीय प्रतिवेदन प्रस्तुत करते हुये कहा कि उदयपुर नव चिंतन शिविर के एक-एक निर्देशों का अक्षरशः पालन किया जायेगा। प्रदेश के सभी विधानसभा में 75 किमी की पदयात्रा निकाली जायेगी। 180 दिनों में संगठन के सभी जोनो से लेकर प्रदेश के पदों पर नियुक्तियां कर ली जायेगी। सभी जिलों में नव संकल्प चिंतन शिविर कार्यशाला का आयोजन होगा। भारत जोड़ो पदयात्रा निकाली जायेगी तथा आजादी के 75वीं वर्षगांठ पर राजधानी में बड़ा आयोजन होगा तथा प्रतिमाह की 7 तारीख को जोन की, 14 को ब्लॉक की, 21 को जिला की, 30 को पीसीसी की अनिवार्य बैठकें करने का निर्णय भी किया गया है। संगठन की नियुक्तियों के उदयपुर चिंतन शिविर के निर्देशों का पालन होगा।
कार्यक्रम के अंत में कार्यकर्ताओं का सम्मान प्रभारी पी.एल. पुनिया, मुख्यमंत्री भूपेश बघेल, सचिव सप्त गौरीशंकर उल्का, प्रदेश अध्यक्ष मोहन मरकाम के हाथों हुआ तथा सामूहिक फोटो सेशन का कार्यक्रम हुआ। कार्यक्रम का संचालन प्रभारी महामंत्री अमरजीत चावला ने किया।