0 अब धान भी बेच पा रहे और लोन भी मिल रहा
जगदलपुर। पांच साल पहले इसी बरगद की छांव में मैंने प्रभावित किसानों से जमीन वापसी का वादा किया था। यह वादा निभाया। आपकी खुशी देखकर मैं अभिभूत हूँ। यह बात मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने आज बंडाजी में भेंट मुलाकात कार्यक्रम में उपस्थित किसानों से कही। उल्लेखनीय है कि मुख्यमंत्री भूपेश बघेल की सरकार ने अपने सबसे आरंभिक निर्णय में लोहंडीगुड़ा के प्रभावित किसानों को भूमि लौटाने का निर्णय किया था। इस निर्णय से क्षेत्र के किसानों को बड़ी राहत मिली थी। आज भेंट मुलाकात के दौरान इन भावुक किसानों ने मुख्यमंत्री को धन्यवाद दिया। उन्होंने बताया कि आपने हमारे गांवों को उजड़ते उजड़ते बचाया। हम अपनी जमीन नहीं देना चाहते थे। हममें से कई किसान जेल भी गये थे। आपकी सरकार आई और आपने हमारे पक्ष में बड़ा निर्णय किया। न केवल हमारी जमीन हमें वापस मिली है अपितु कर्ज भी माफ हुआ है। उल्लेखनीय है कि लोहंडीगुड़ा में दस गांवों के 1707 खातेधारों की लगभग 1784 हेक्टेयर निजी भूमि वापस करने का निर्णय सरकार ने लिया।
मुख्यमंत्री के प्रति आभार व्यक्त करते हुए छिंदगांव के किसान उमेश कश्यप और बंडाजी के किसान हेम भारद्वाज ने बताया कि 2018 में जमीन वापस होने की घोषणा के बाद राहुल गांधी के हाथों धुरगांव में उन्हें पट्टा प्राप्त हुआ। धुरगांव के जयसिंह बघेल ने बताया कि मैं जमीन की लड़ाई के लिए जेल भी गया। आपने मुझे जमीन दिलाई, आपका आभार।
मुख्यमंत्री ने बंडा जी थाने का निरीक्षण भी किया। यहां उन्होंने थाने के रिकार्ड देखे। उन्होंने रोजनामचा, लंबित प्रकरणों की जानकारी ली। महिला डेस्क और महिलाओं के लिए बने संवेदना कक्ष पर उन्होंने खुशी जताई। उन्होंने सीसीटीएनएस की व्यवस्था देखी और पूछा कि एफआईआर करने के कितने देर बाद यह आनलाइन होती है। परिसर में आम का पेड़ लगाया। थाने में कर्मचारियों के साथ फोटो भी खिंचाई।
मुख्यमंत्री की महत्वपूर्ण घोषणाओं में से बंडाजी से कुम्हली तक पक्की सड़क, बंडाजी में सामुदायिक भवन निर्माण, पंचायत भवन के साथ ही यहां पेयजल समस्या के समाधान के लिए भी कार्य किया जाएगा। इसके साथ ही हायर सेकेंडरी स्कूल कोठियागुडा, बिन्ता तथा अलनार में नया स्कूल भवन बनाया जाएगा। रान सरगीपाल डोगरीगुडा से दोदरगुडा पख नारचा तक 4 किमी सड़क बनाई जाएगी। पाराकोट से सोसनपाल तक 4 किमी सड़क बनाई जाएगी।
बंडा जी में अपने मुखिया का स्वागत बिल्कुल जनजातीय तरीके से होता है। तिलक लगाकर आरती उतारकर अपने रस्मों के मुताबिक मुखिया का स्वागत किया जाता है। मुख्यमंत्री को मंगलू मांझी ने पगड़ी पहनाई। वे बस्तर दशहरा में महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं।
बघेल परिवार ने मुख्यमंत्री को परोसी केऊं कांदा की चटनी- मुख्यमंत्री ने आज बंडाजी में भोजन बघेल परिवार के यहां किया। परिवारजनों ने उन्हें परंपरागत पकवानों के साथ ही केऊ कांदा की चटनी भी परोसी। परिवार के सदस्यों ने मुख्यमंत्री को बताया कि केऊं कांदा की चटनी पीलिया, सिरदर्द और पेट की तकलीफों के लिए बहुत राहत देने वाली होती है।
मुख्यमंत्री ने इस दौरान धुरागांव में स्वामी आत्मानंद इंग्लिश मीडियम स्कूल के पालकों और बच्चों से मुलाकात की। उन्होंने यहां विज्ञान के क्षेत्र में किये गये नवाचारों की प्रशंसा की। धुरागांव में ई-लाइब्रेरी बनाने की घोषणा भी उन्होंने की।