रायपुर। कन्फेडरेशन ऑफ ऑल इंडिया ट्रेडर्स (कैट) के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष अमर पारवानी, चेयरमेन मगेलाल मालू, अमर गिदवानी, प्रदेश अध्यक्ष जितेन्द्र दोशी, कार्यकारी अध्यक्ष विक्रम सिंहदेव, परमानन्द जैन, वाशु माखीजा, महामंत्री सुरिन्द्रर सिंह, कार्यकारी महामंत्री भरत जैन, कोषाध्यक्ष अजय अग्रवाल एवं मीड़िया प्रभारी संजय चौंबे ने बताया कि कैट के प्रदेश अध्यक्ष श्री जितेन्द्र दोशी की नेतृत्व में टीम कैट ने डुमरतराई फुटवियर मार्केट के व्यापारियों को उधम आधार पंजीकरण से व्यापारियों को होनें वाले लाभों से अवगत कराया।
कैट सी.जी. चैप्टर के प्रदेश अध्यक्ष श्री जितेन्द्र दोशी एवं कार्यकारी अध्यक्ष श्री परमानन्द जैन ने बताया कि टीम कैट ने व्यापारियों को उधम आधार पंजीकरण से व्यापारियों को होने वाले लाभों की जानकारी देने हेतु डुमरतराई फुटवियर मार्केट के व्यापारियों से मुलाकात किया । दोनों व्यापारी नेताओ ने कहा उद्यम आधार पंजीयन से व्यापारी एमएसएमई श्रेणी के अंतर्गत आएंगे और प्राथमिकता प्राप्त क्षेत्र के आधार पर दिए जाने वाले ऋण को बैंकों और वित्तीय संस्थानों से आसानी से प्राप्त कर सकेंगे। आज देश के व्यापारिक समुदाय जो लगभग 40 करोड़ लोगों को रोजगार प्रदान कर रहा है और लगभग 115 लाख करोड़ का सालाना कारोबार कर रहा है। कोविड महामारी से प्रभावित व्यापारी अब बैंकों से आवश्यक वित्त प्राप्त करके अपने व्यवसाय को बहाल करने में सक्षम होंगें। उन्होनें आगे कहा कि संगठन को मजबूत बनाने के लिए व्यापारियों से कैट की सदस्यता ग्रहण करने का आग्रह किया और डुमरतराई फुटवियर मार्केट के व्यापारियों को कैट की सदस्य बनाया गया। कैट सी.जी चैप्टर के प्रदेश महामंत्री श्री सुरिन्द्रर सिंह एवं कार्यकारी महामंत्री श्री भरत जैन ने कहा कि उद्यम आधार से पंजीकृत व्यापारियों को बैंकों कम ब्याज दर पर प्राथमिकता मे बिना गांरटी के कर्ज दिया जायेगा। विदेश में ट्रेड एक्सपों के लिए वित्तीय सहायता। इसके अलावा अब व्यापारियों द्वारा विभिन्न सरकारी योजनाओं के कई अन्य लाभों को भी प्राप्त किया जा सकेगा जिनका लाभ एमएसएमई श्रेणी के व्यापारी अभी उठा रहे हैं। जिससे वर्तमान में आर्थिक तंगी से जूझ रहे व्यापारियों को बड़ी राहत मिल सकती है।
व्यापारियों से मुलाकात में टीम कैट के पदाधिकारी मुख्य रूप उपस्थित रहे :- नितेश कुमार अग्रवाल (अध्यक्ष, रायपुर होलसेल फुटवियर एसोसियेशन) जितेन्द्र दोशी, परमानन्द जैन, वासु माखीजा, सुरिन्दर सिंह, भरत जैन, प्रीतपाल सिंह बग्गा, विष्णु सचदेव, संतोष माखीजा, शिवकुमार गंगवानी, मोहन पंजवानी, महेश सितानी, निखिल जैन एवं अन्य व्यापारीगण आदि ।