भाजपाशासित राज्यों मे धरना प्रदर्शन आंदोलन की अनुमति लेना अनिवार्य तो छत्तीसगढ़ में भाजपा को पीड़ा क्यों – धनंजय सिंह

0 15 साल तक जिस नियम के तहत पूर्व की रमन सरकार धरना आंदोलन की अनुमति देती रही  अब भाजपा उसके खिलाफ खड़ी है 

रायपुर। भाजपा के 16 मई को आयोजित जेल भरो आंदोलन को राजनीतिक नौटंकी करार देते हुए प्रदेश कांग्रेस प्रवक्ता धनंजय सिंह ठाकुर ने कहा कि भाजपा का जेल भरो आंदोलन बेशर्मी की परकाष्ठा है 15 साल तक पूर्व रमन सरकार जिस नियम कायदे कानून के तहत धरना प्रदर्शन आंदोलन धार्मिक जुलूस रैली का अनुमति देते रही है सत्ता जाने के बाद भाजपा उसी नियम के खिलाफ खड़ी हुई है जबकि केंद्र में बैठी मोदी भाजपा की सरकार दिल्ली में धरना प्रदर्शन आंदोलन धार्मिक जुलूस रैली के लिए अनुमति की अनिवार्यता की है उत्तर प्रदेश गुजरात बिहार और भाजपा शासित अन्य राज्यों में भी इसी नियम के तहत अनुमति की अनिवार्यता की गई है।ऐसे में छत्तीसगढ़ में नियम कायदे के पालन कराने पर भाजपा को पीड़ा क्यो हो रही है?

प्रदेश कांग्रेस प्रवक्ता धनंजय सिंह ठाकुर ने कहा कि लोकतंत्र में सभी को अपनी बात रखने का अधिकार है और जो अहिंसा के मार्ग पर चलकर आंदोलन धरना प्रदर्शन कर अपनी बात रखते हैं उन्हें अनुमति लेने से डर नहीं होता। लेकिन जिस प्रकार भाजपा धरना प्रदर्शन के अनुमति लेने से घबरा रही है इससे भाजपा की स्पष्ट मंशा समझ में आ रही है भाजपा असल में आंदोलन की आड़ में अपने घिनौने और काले मंसूबे को पूरा करना चाहती है छत्तीसगढ़ की शांत धरा को अशांत करने के षड्यंत्र को कामयाब करना चाहती है अपने धरना प्रदर्शन आंदोलन में अपराधियों का सहारा लेना चाहती है इसीलिए अनुमति लेने से घबरा रही है क्योंकि अनुमति लेने से जब वीडियोग्राफी होगी तो भाजपा के आंदोलन में शामिल अपराधियों की तस्वीर जनता के बीच उजागर हो जाएगी और भाजपा का चरित्र पर्दाफाश हो जाएगा।

प्रदेश कांग्रेस प्रवक्ता धनंजय सिंह ठाकुर ने कहा कि मुख्यमंत्री भूपेश बघेल सरकार के साढे तीन साल के कार्यकाल के बाद छत्तीसगढ़ में भाजपा मुद्दाविहीन हो चुकी है जनसमर्थन खो चुकी है भाजपा के बूथ मजबूत कार्यक्रम में भी भाजपा को मुंह की खानी पड़ी कार्यकर्ताओं ने भाजपा नेताओं को खरी-खोटी सुनाया और जनता ने दूरी बना ली इससे घबराई भाजपा अब 15 साल तक जिस नियम के तहत धरना प्रदर्शन की अनुमति देती थी उसके खिलाफ खड़ी हो गई है।

 

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