गैस के बढ़े दाम को विकास से जोड़कर पुरंदेश्वरी जनता के जले पर नमक छिड़क रही- कांग्रेस

0 पुरंदेश्वरी के कुतर्की बयान भाजपा की ताबूत के आखिरी कील साबित होंगे

0 जब भाजपा विफल होती है तब जनता को सब्जबाग दिखा धर्म, राष्ट्र की अफीम चटाती है

रायपुर। प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष मोहन मरकाम ने कहा कि रसोई गैस के दाम 50 रुपये बढ़ाने का बचाव करने के लिये भाजपा की प्रभारी डी. पुरंदेश्वरी का यह तर्क देना कि जितनी महंगाई बढ़ेगी उतना ही ज्यादा विकास होगा, जनता के जले में नमक छिड़कने के समान है। भारतीय जनता पार्टी के केंद्र से लेकर राज्य तक के नेता मानसिक रूप से मोदी के गुलाम हो सके हैं उनमें जनहित के लिये आवाज उठाने का साहस नहीं बचा है। एक तरफ केंद्र सरकार लगातार पेट्रोल, डीजल के दाम बढ़ाये जा रही है। रसोई गैस के दाम गृहणियों के पहुंच से दूर होते जा रहे है, दूसरी ओर भाजपा की प्रभारी महंगाई को विकास का पूरक बता रही है।

प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष मोहन मरकाम ने कहा पुरंदेश्वरी का बयान भाजपा और संघ के मूल चरित्र को भी प्रदर्शित करता। जनता की मूल समस्याओं से ध्यान भटकाने के लिये काल्पनिक बातें करना, छद्मराष्ट्रवाद की दुहाई देना भाजपा का चरित्र है जब-जब भारतीय जनता पार्टी असफल होती है। वह जनता को धर्म के नाम पर राष्ट्र के नाम पर बरगलाने की कोशिश में लग जाती है आज जब गैस सिलेंडर के दाम बेतहाशा बढ़ गये है। पेट्रोल, डीजल, राशन, दवाई, कपड़ा आम आदमी के पहुंच से दूर हो रहे तब भाजपाई महंगाई को विकास से जोड़कर जनता को बरगलाने की बेशर्म थ्योरी ले कर आ गये हैं।

प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष मोहन मरकाम ने कहा कि छत्तीसगढ़ में भाजपा के लगातार हो रहे पराभाव से भाजपा प्रभारी पुरंदेश्वरी बौखला गयी है। बौखलाहट में तथ्यहीन और अतार्किक बयानबाजी करने की आदी हो गयी है। इसके पहले बस्तर के चिंतन शिविर में भी पुरंदेश्वरी ने बयान दिया था कि थूक कर भूपेश बघेल और कांग्रेस के मंत्रिमंडल को बहा देंगी। अब वे महंगाई बढ़ने से विकास बढ़ने का नया फार्मूला लेकर आई है। पुरंदेश्वरी के यह नये-नये फार्मूले छत्तीसगढ़ में भाजपा की दुर्गति का एक और कारण बनेगा। पुरंदेश्वरी के कुतर्की बयान भाजपा की ताबूत के आखिरी कील साबित होंगे।

प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष मोहन मरकाम ने कहा कि आसमान छूते गैस सिलेंडर के दाम से महिलाओं के किचन में संकट के बादल मंडरा रहे है। यूपीए सरकार में गैस सिलेंडर के लिये 400 रुपये में गैस सिलेंडर मिलता था लेकिन अब गैस सिलेंडर के लिए 1100 रुपए देना पड़ रहा है। गैस सिलेंडर के बढ़ती दामों के कारण लकड़ी के चूल्हे में महिलाएं खाना बनाने को मजबूर हो गई है। लकड़ी से निकलने वाले धुआँ महिलाओं के सपने और सेहत को धुंधला कर रहा है। पिछले दो साल में केंद्र सरकार ने रसोई गैस सिलेंडर के दाम 85 प्रतिशत तक बढ़ा दिया है। उज्ज्वला योजना के नाम पर महिलाओं के साथ छल किया गया। सब्सिडी के नाम पर जनता को धोखा दिया गया। महिलाओं को सिलेंडर का सब्जबाग दिखा कर गैस के दाम इतना बढ़ा दिया कि उज्जवला योजना के सिलेंडर कबाड़ में पड़े हुये है। यूपीए सरकार में जब गैस सिलेंडर के दाम 355 रूपये थे और यदि इसमें 25 पैसा की वृद्धि होती थी तो स्मृति ईरानी सड़कों पर चूल्हे जलाते थे। अब गैस सिलेंडर के दाम 1072 रुपए होने पर भाजपा की महिला प्रभारी कुतर्क कर बचाव कर रही हैं।

 

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