रायपुर। कृषि विज्ञान केन्द्र, रायपुर में ‘‘किसान भागीदारी प्राथमिकता हमारी’’ अभियान अंतर्गत् एक दिवसीय जिला स्तरीय वृहद किसान मेला का आयोजन किया गया। उक्त कार्यक्रम कृषि विज्ञान केन्द्र, रायपुर, नेताजी सुभाष चन्द्रबोस एग्री बिजनेस इन्क्यूबेशन केन्द्र, इंदिरा गांधी कृषि विश्वविद्यालय, रायपुर, कृषि विभाग (आत्मा) एवं रायपुर जिले के उद्यानिकी विभाग के संयुक्त तत्वाधान में आयोजित किया गया था।
इस मेले में किसानों के लिए विभिन्न कृषि यंत्रों, महिला स्वसहायता समूहों द्वारा तैयार विक्रय उत्पादों, सब्जीवर्गीय फसलों के बीजों, हल्दी के विभिन्न किस्मों, प्रसंस्करण मशीनों एवं जैविक खेती में उपयोगी आदान सामग्रीयों जैसे- जैव उर्वरक, जैविक कीट नाशक, जैविक रोग नाशक जैव नियंत्रक कारकों आदि के प्रदर्शनी का आयोजन कृषि विज्ञान केन्द्र, रायपुर प्रांगण में किया गया।
कार्यक्रम में मुख्य अतिथि के रूप में यंशवत कुमार, संचालक कृषि, छत्तीसगढ़ शासन, इंदिरा गांधी कृषि विश्वविद्यालय, रायपुर के कुलपति, डॉ. गिरीश चंदेल उपस्थित थे। कार्यक्रम की अध्यक्षता इंदिरा गांधी कृषि विश्वविद्यालय, रायपुर के निदेशक विस्तार सेवाएं डॉ. आर.के. बाजपेयी ने की। इस अवसर पर विशिष्ठ अतिथि के रूप में विश्वविद्यालय के संचालक अनुसंधान डॉ. पी.के. चन्द्राकर उपस्थित थे। मेले में जिले के कुल 257 किसान, 39 विभिन्न विभागों से अधिकारी, कर्मचारी एवं कृषि विज्ञान केन्द्र के 14 स्टॉफ रायपुर सेे सम्मिलित हुए।
संचालक कृषि यशवंत कुमार ने कहा कि कृषि विश्वविद्यालय के वैज्ञानिकों द्वारा किये गये नई-नई तकनीको, फसलों के विभिन्न नवीन किस्मों एवं नये-नये कृषि यंत्रों कोे विस्तार के माध्यम से किसान के खेत तक पहुंचाया जाये जिससे किसानो की आमदनी में वृद्धि हो सके। कृषि विज्ञान केन्द्र, रायपुर के वरिष्ठ वैज्ञानिक डॉ. एस. एस. चन्द्रवंशी ने स्वागत् भाषण में कृषि विज्ञान केन्द्र की विभिन्न गतिविधियों जैसे-बायोफ्लॉक एवं रंगीन मछली पालन, उन्नत एवं संकर बीज उत्पादन, लघु अनाज के प्रसंस्करण एवं महिला स्व-सहायता समूहों द्वारा तैयार खाद्य पदार्थों आदि के बारे में जानकारी दी तथा किसान भाइयों को ज्यादा से ज्यादा संख्या में इस केन्द्र से जुड़ने की अपील की जिससे कि नवीन कृषि तकनीकों का विस्तार किसानों तक आसानी से पहुंच सके। नेताजी सुभाष चन्द्रबोस एग्री बिजनेस इन्क्यूबेशन केन्द्र के मुख्य कार्यपालन अधिकारी, डॉ. हुलास पाठक ने कृषि के क्षेत्र में युवाओं को अभिनव एवं उदभव जैसे योजनाओं से जुड़ कर विभिन्न उद्यमी के क्षेत्र में कार्य करने हेतु प्रोसाहित किया। कार्यक्रम के अंत में डॉ. अरूण त्रिपाठी ने विभिन्न विभागों के अधिकारी-कर्मचारियों, किसान भाईयों एवं आयोजक संस्था के प्रमुखों के प्रति आभार व्यक्त किया।